आलिया भट्ट को बच्चों वाली बीमारी
एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में एक्ट्रेस आलिया भट्ट ने बताया कि उन्हें अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर है। यह एक प्रकार का हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर है, जो आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है।
एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में एक्ट्रेस आलिया भट्ट ने बताया कि उन्हें अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर है। यह एक प्रकार का हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर है, जो आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है। आलिया ने कहा कि वो 45 मिनट से ज्यादा देर तक मेकअप चेयर पर नहीं बैठ सकती हैं।
इस डिसऑर्डर की वजह से वो एक ही काम को ज्यादा समय नहीं दे पाती हैं। उन्हें जो भी करना है, जल्दी करना होता है। अमूमन यह विकार बच्चों में देखा जाता है।
मायो क्लीनिक के अनुसार अटेंशन डेफिसिट विकार एक दीर्घकालिक कंडीशन है, जिससे हजारों बच्चे प्रभावित होते हैं। इसमें कई तरह की समस्याएं लगातार बनी रहती हैं। जैसे ध्यान बनाए रखने में कठिनाई होना, हाइपरएक्टिविटी और आवेगपूर्ण व्यवहार करना।
बीमारी के लक्षणः इस डिसऑर्डर से ग्रस्त बच्चों में कुछ लक्षणों के आधार पर यह पता लगाया जाता है कि बच्चे को अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर है या नहीं। ये लक्षण बच्चे को घर और स्कूल में काम करने में परेशानी पैदा कर सकते है और छह महीने से अधिक समय तक यह लक्षण दिख सकते हैं। इसमें बच्चे को किसी चीज की डिटेल पर ध्यान देने में दिक्कत आती है या वो लापरवाही में गलतियां कर बैठता है। इसके अलावा काम पर फोकस रहने में समस्या आती है, ठीक तरह से सुन नहीं पाता है, दिन में सपने देखता है, निर्देशों को समझने में दिक्कत आती है, जिन कामों में दिमाग की जरूरत होती है, उन्हें नजरअंदाज करने की कोशिश करता है, आसानी से ध्यान भटक जाता है और रोजमर्रा के कामों में भी भूल चूक होती रहती है।
यदि इन बच्चों का इलाज न किया जाए, तो इसकी वजह से इन्हें कई दीर्घकालिक समस्याएं हो सकती हैं। जैसे आत्म-सम्मान में कमी आना, डिप्रेशन, एंग्जायटी, भोजन संबंधी विकार, नींद से जुड़ी समस्याएं, आवेग में रहना, गाड़ी चलाते समय दुर्घटना होने का खतरा रहना और पढ़ाई में पीछे रहना।
इलाजः इस डिसऑर्डर के इलाज में ज्यादातर बच्चों को बिहेवरियल थेरेपी और दवाओं के साथ ठीक किया जाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जेनेटिक्स इस डिसऑर्डर को विकसित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए इससे बचने का कोई रास्ता नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे जोखिम कारक हैं, जिनसे बचा जा सकता है। अगर आप प्रेगनेंट हैं, तो टॉक्सिंगस और शराब, तंबाकू आदि से दूर रहें।