पांच मिनट तक नाक से बजाया अलगोजा, रिकॉर्ड
राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय अलगोजा वादक रामनाथ चौधरी का इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज हुआ है। उन्होंने नाक से 5 मिनट 5 सैकण्ड अलगोजा बजाने का रिकार्ड अपने नाम किया है।
राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय अलगोजा वादक रामनाथ चौधरी का इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज हुआ है। उन्होंने नाक से 5 मिनट 5 सैकण्ड अलगोजा बजाने का रिकार्ड अपने नाम किया है। चौधरी नाक से अलगोजा बजाने वाले दुनिया के एकमात्र कलाकार है और उनका 12 फीट लम्बी मूंछे रखने का भी रिकॉर्ड है।
रामनाथ चौधरी राजस्थानी कला एवं संस्कृति का देश-विदेशों में प्रचार-प्रसार कर चुके है। राजस्थान के 74 वर्षीय रामनाथ चौधरी नाक से अलगोजा बजाने और अपनी मूछों के लिए जाने जाते हैं। वे रोजाना दो घंटे तक रियाज़ करते हैं। अद्भुत कला के धनी रामनाथ चौधरी अलगोजा से अलग-अलग धुन निकालते हैं। वो अपनी सुरीली धुन से तेजाजी महाराज, भैरुजी, माताजी और डिग्गी कल्याण की कहानियां भी गाकर सुनाते है। इनकी इस अनूठी कला को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।
रामनाथ चौधरी का कहना है कि आठ की उम्र में जब वो पहली बार अलगोजा बजा रहे थे, तब अलगोजा मुंह की जगह नाक के पास चला गया। नाक से सांस खींचते ही अलगोजा बज गया। इसके बाद नाक से अलगोजा बजाना शुरू कर दिया। हालांकि, ये सब आसान नहीं था। रोज रियाज के कारण धीरे-धीरे अलगोजा बजाने में पारंगत हासिल कर ली। मूछों के बारे में रामनाथ चौधरी ने बताया, जब मैं 21 साल का था, तब एक दिन मेरे दादा ने कहा बेटा इन मूछों को कभी मत काटना, ये मूछें तुझे देश-विदेश में विशेष स्थान दिलाएगी। बस तब से ही मूछों को बढ़ाना शुरू कर दिया।
साल 2000 में अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी रामनाथ चौधरी की मूंछे व नाक से अलगोजा बजाने की कला से प्रसन्न होकर अपने साथ अमेरिका ले गए थे। चौधरी अब तक अमेरिका, जर्मनी, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, जापान सहित एक दर्जन से अधिक देशों में अलगोजा के सुर के साथ-साथ अपनी मूंछों का प्रदर्शन कर चुके हैं।
रामनाथ चौधरी का जन्म जयपुर जिले के बाड़ा पदमपुरा गांव में साल 1950 में जाट परिवार में हुआ। वो करीब 66 साल से अलगोजा बजा रहे हैं और नाक से अलगोजा बजाने वाले दुनिया के एकमात्र कलाकार है।