‘ईश्वर-अल्लाह’ भजन गाने पर मांगी माफी, भाजपा की घेराबंदी
बिहार की राजधानी पटना में लोकगायिका देवी को ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम' गाने पर माफी मांगनी पड़ी। इस घटना को लेकर विपक्ष भाजपा पर हमलावर हो गया।

बिहार की राजधानी पटना में लोकगायिका देवी को ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम' गाने पर माफी मांगनी पड़ी। एक कार्यक्रम में देवी ने ‘भारत माता की जय' और ‘अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहे' के नारे लगाने के इसके बाद जब उन्होंने यह भजन गाया तो सभागार में मौजूद लोग नाराज हो गए। पटना के बापू सभागार में भारत-रत्न मदन मोहन मालवीय की जयंती और भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था।
देवी ने कार्यक्रम में गांधी जी का पसंदीदा भजन ‘रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम' गाने की शुरुआत की। इसे गाते हुए देवी ने जब ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम' गुनगुनाना शुरू किया, तो सभागार में मौजूद लोगों ने नाराज होकर जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए। आयोजकों के द्वारा बीच बचाव की कोशिश हुई, लेकिन वो नाकाम रहे। जब बात नहीं बनी, तो देवी ने भारतीय संस्कृति के संदर्भ में ‘वसुधैव कुटुंबकम' का उल्लेख किया और कहा कि हिंदू ही हैं, जो सभी को अपने भीतर समाहित करते हैं। हालांकि बाद में उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
विपक्ष भडका
इस घटना को लेकर विपक्ष भाजपा पर हमलावर हो गया। कांग्रेस और राजद प्रमुख लालू यादव ने कार्यक्रम का वीडियो शेयर करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस ने आज एक अखबार की कटिंग ट्वीट की और लिखा, गांधी जी को लेकर आरएसएस-भाजपा के लोगों में कितनी नफरत भरी है, ये घटना उसकी बानगी है। गोडसे की विचारधारा के लोग गांधी जी का सम्मान नहीं कर सकते। लेकिन वे याद रखें.. ये देश गोडसे नहीं, गांधी जी की विचारधारा से चलेगा।
कांग्रेस के बाद राजद के मुखिया लालू यादव ने भी सरकार को घेरा। उन्होंने एक्स पर लिखा, संघियों और भाजपाइयों को 'जय सियाराम, जय सीताराम' के नाम और नारे से शुरू से ही नफरत है, क्योंकि उसमें माता सीता का जयकारा है। ये लोग शुरू से ही महिला विरोधी हैं और 'जय श्री राम' का नारा लगाकर आधी आबादी महिलाओं का अपमान करते हैं।