बिजयनगर कांडः पीड़िताओं के हुए बयान, आरोपियों की पैरवी नहीं

1992 के अजमेर सेक्स कांड की यादें ताजा करने वाले बिजयनगर ब्लैकमेल मामले की नाबालिग पीड़िताओं को मंगलवार सुबह बयान दर्ज कराने के लिए नसीराबाद कोर्ट लाया गया। कोई भी वकील आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा।

बिजयनगर कांडः पीड़िताओं के हुए बयान, आरोपियों की पैरवी नहीं

1992 के अजमेर सेक्स कांड की यादें ताजा करने वाले बिजयनगर ब्लैकमेल मामले की नाबालिग पीड़िताओं को मंगलवार सुबह बयान दर्ज कराने के लिए नसीराबाद कोर्ट लाया गया उनके परिजन और हिंदू संगठनों के पदाधिकारी भी कोर्ट परिसर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोर्ट परिसर के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था

पीड़िताओं के कोर्ट पहुंचने पर बिजयनगर बार एसोसिएशन भी उनके समर्थन में आ गया। संघ ने ब्लैकमेलिंग की घटना की निंदा करते हुए निर्णय लिया है कि कोई भी वकील आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा एसोसिएशन ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है

इस मामले में पुलिस ने नाबालिग बच्चियों के शोषण के मामले में समुदाय विशेष के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 5 बालिग और दो नाबालिग हैं बालिग आरोपियों को अजमेर न्यायालय भेजा जाएगा, जबकि नाबालिग आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड भेजा जाएगा एडिशनल एसपी ब्यावर भूपेंद्र शर्मा ने भरोसा दिलाया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी

बताते चलें कि अजमेर दिले के बिजयनगर में रविवार को दोस्ती के बहाने स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया, जिसमें एक छात्रा के पिता ने युवकों पर नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ब्लैकमेल करने और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोप लगाया लड़कियों के परिजनों और हिंदू संगठनों ने हंगामा किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है इस मामले में पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपियों ने कई और लड़कियों के साथ ब्लैकमेलिंग और धर्मपरिवर्तन का गंदा खेल खेलने की कोशिश की है। वे उन्हें अक्सर होटल, रेस्टोरेंट और कैफे में मिलने के लिए बुलाया करते थे और वहां उनकी तस्वीरें और वीडियो बनाते थे