केन्द्रीय बलों की कैंटीन में मिलेंगी किआ कारें
किआ की सभी कारें सक्रिय और रिटायर पुलिस कर्मियों की फैमिली के लिए कैंटीन में बेची जाएंगी। यहां अर्धसैनिक बलों, राज्य और केंद्र पुलिस कर्मियों और गृह मंत्रालय के कर्मचारियों को विशेष कीमत पर किआ कारें मिल सकेंगी।

किआ इंडिया ने अपनी गाड़ियों की बिक्री बढ़ाने के लिए केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार के साथ साझेदारी की है। इसके तहत किआ इंडिया सरकारी कल्याण योजना के तहत अर्धसैनिक और पुलिस कर्मियों को विशेष लाभ प्रदान देगी। किआ की सभी कारें सक्रिय और रिटायर पुलिस कर्मियों की फैमिली के लिए कैंटीन में बेची जाएंगी। यहां अर्धसैनिक बलों, राज्य और केंद्र पुलिस कर्मियों और गृह मंत्रालय के कर्मचारियों को विशेष कीमत पर किआ कारें मिल सकेंगी।
सभी किआ कारें केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (KPKB) के तहत 119 मास्टर कैंटीन और 1900 से ज्यादा सहायक कैंटीन में उपलब्ध होंगी। मौजूदा समय में केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 35 लाख लाभार्थियों को सेवा प्रदान करता है। KPKB की मांगों को पूरा करने और किआ प्रोडक्ट लाइन के 88 अलग-अलग ट्रिम्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 362 किआ डीलरशिप रजिस्टर्ड की गई हैं।
किआ इंडिया के चीफ सेल्स ऑफिसर म्युंग-सिक सोहन ने कहा कि हमारे क्लास लीडिंग प्रोडक्ट्स जवानों की जरूरतों को पूरा करेंगे। केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार की स्थापना 2006 में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा की गई थी। यह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की जरूरतों को पूरा करता है, जिसमें बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी और असम राइफल्स शामिल हैं। इसका लाभ विभिन्न केंद्रीय पुलिस संगठनों--आईबी, बीपीआरडी और एनसीआरबी को भी मिलता है।