समान पात्रता परीक्षा में नहीं होगी निगेटिव मार्किंग
राजस्थान में होने वाली समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) ग्रेजुएशन लेवल में अब निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। छात्रों के विरोध और आवेदनों में कमी के चलते 16 दिन बाद ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने अपना फैसला पलट दिया है।
राजस्थान में होने वाली समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) ग्रेजुएशन लेवल में अब निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। छात्रों के विरोध और आवेदनों में कमी के चलते 16 दिन बाद ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने अपना फैसला पलट दिया है। अब बोर्ड की ओर से दोबारा सीईटी परीक्षा की विज्ञप्ति जारी की जाएगी। चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने सोशल साइट एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि सीईटी परीक्षा के संदर्भ में अभी तक बहुत सारे फीडबैक मिले है। ऑनलाइन फॉर्म की संख्या में कमी और विभिन्न वर्गों के कैंडिडेट्स की सफल-असफल होने की संभावनाओं के विश्लेषण के बाद बोर्ड ने निर्णय है कि सीईटी परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं रखी जाए। इसके लिए विज्ञप्ति शीघ्र जारी होगी।
उन्होंने आगे लिखा कि सीईटी स्नातक के सभी कैंडिडेट्स से अनुरोध है कि शीघ्रता से अपने ऑनलाइन फॉर्म भरें। अंतिम तिथि का इंतजार न करें। आखिरी दिन पर कई बार वेबसाइट हैंग हो जाती है। इस बार अंतिम तिथि को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 6 अगस्त को सामान पात्रता परीक्षा की विज्ञप्ति जारी की थी, जिसमें गलत जवाब देने पर एक तिहाई अंक काटने का प्रावधान रखा था। बोर्ड के इस फैसले का छात्रों ने विरोध किया था। ऐसे में राज्य सरकार के हस्तक्षेप के बाद कर्मचारी चयन बोर्ड ने अपना फैसला पलटते हुए नेगेटिव मार्किंग खत्म कर सामान्य प्रक्रिया के तहत समान पात्रता परीक्षा कराने का फैसला किया है।
राजस्थान में सीईटी परीक्षा स्नातक स्तर का आयोजन 25 से 28 सितंबर के बीच किया जाएगा। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी 7 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। सीईटी के स्कोर के आधार पर अभ्यर्थी भविष्य में होने वाली 11 भर्तियों में हिस्सा ले सकेंगे।