पांच साल के बच्चे का पहली कक्षा में दाखिला नहीं

राजस्थान में पहली क्लास में दाखिले की आयु सीमा 6 से 7 साल तय की गई है। 6 साल से कम उम्र के बच्चे पहली कक्षा में एडमिशन नहीं ले पाएंगे।

पांच साल के बच्चे का पहली कक्षा में दाखिला नहीं

राजस्थान में पहली क्लास में दाखिले की आयु सीमा 6 से 7 साल तय की गई है। 6 साल से कम उम्र के बच्चे पहली कक्षा में एडमिशन नहीं ले पाएंगे। उन्हें आंगनबाड़ी में प्रवेश लेना होगा। क्योंकि सरकारी हिन्दी मीडियम के स्कूलों में प्री-प्राइमरी क्लासेज नहीं हैं। 

वैसे, पिछले साल तक पांच साल तक के बच्चों को पहली क्लास में एडमिशन दिया जाता था,  लेकिन नई गाइडलाइंस के अनुसार अब 6 साल से कम उम्र के बच्चे को पहली क्लास में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस मुद्दे पर शिक्षक नेताओं का कहना है कि दाखिले के लिए आयु सीमा बढ़ा दिए जाने से पहली कक्षा में नामांकन कम रहने के आसार हैं। सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी क्लास नहीं होने से 5 साल से कम उम्र ते ज्यादातर बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन लेना पड़ेगा।

इस संबंध में शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार बोड़ा का कहना है कि शिक्षा के अधिकार के तहत पहली कक्षा में प्रवेश की उम्र 6 साल ही निर्धारित की गई है, इसलिए पहली क्लास में इससे कम उम्र के बच्चों को दाखिला नहीं दिया जा सकता। 6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सरकार की तरफ से हर जिले के हर वॉर्ड में आंगनबाड़ी खोली गई हैं, इसके अलावा बाल वाटिकाएं भी हैं। 6 साल से कम उम्र के बच्चों को वहां एडमिशन दिलवा कर उनकी पढ़ाई शुरू की जा सकती है।