लो जी...बना डाला फर्जी ‘एसओजी’
राजस्थान पुलिस ने एक बड़े कारनामे में उत्तर प्रदेश पुलिस के दो कांस्टेबलों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग फर्जी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) बनाकर धनाढ्य लोगों को निशाना बना रहे थे।
राजस्थान पुलिस ने एक बड़े कारनामे में उत्तर प्रदेश पुलिस के दो कांस्टेबलों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग फर्जी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) बनाकर धनाढ्य लोगों को निशाना बना रहे थे। इनके पास हथियार और हथकड़ियां भी मिली हैं।
प्रदेश के झुंझुनूं जिले की पुलिस ने आज फर्जी एसओजी गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग का सरगना उत्तर प्रदेश पुलिस का एक कांस्टेबल है, जो मेरठ पुलिस में तैनात है। गिरोह में दो कांस्टेबल, एक युवती और तीन अन्य लोग शामिल हैं। यह गैंग खासतौर पर उन लोगों को अपना शिकार बनाता था, जो कानून की जानकारी कम रखते थे और कम पढ़े-लिखे थे, लेकिन धनी थे। ये लोग खुद को एसओजी अधिकारी बताकर लोगों को डराते-धमकाते थे और उनसे लाखों रुपये वसूल रहे थे।
पुलिस को सूचना मिली थी कि चूरू-झुंझुनूं के बीच स्थित खासौली धाम से एक लाल रंग की यूपी नंबर की गाड़ी में सवार कुछ लोगों ने रोडवेज बस में यात्रा कर रही सवारियों में से एक महिला समेत कुछ लोगों को डरा-धमका कर उतारा और अपने वाहन में बिठाकर बिसाऊ की तरफ ले गए। ये लोग खुद को यूपी एसओजी की टीम बता रहे थे और इनके पास हथकड़ी व हथियार भी थे।
झुंझुनूं पुलिस तुरंत हरकत में आई और बिसाऊ थाना की टीम ने गांगियासर तिराहा पर नाकाबंदी शुरू कर दी गई। बिसाऊ की तरफ से एक लाल रंग की कार आती हुई दिखाई दी। पुलिस को देखकर कार सवार बदमाशों ने बैरिकेड्स तोड़कर कार भगाने की कोशिश की।
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि सम्पूर्ण जिले में नाकाबंदी करवाई गई थी। इस बीच बदमाशों ने अपह्रत किए आरिफ और दोजी को कार से उतार दिया। बिसाऊ थानाधिकारी रामसिंह यादव और पुलिस दल ने कार का पीछा कर कोलिंडा गांव में गाड़ी आगे लगाकर कार को रूकवाया। कार में 6 लोगों के साथ रोडवेज बस से उतारे गए एक महिला व पुरूष बैठे थे।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रिंकू सिंह (गिरोह का सरगना और मेरठ पुलिस कांस्टेबल), अमित कुमार (मेरठ पुलिस कांस्टेबल), मीनू रानी (हॉस्पिटल रिसेप्शनिस्ट), आकाश शर्मा (वकील), मुनकात (मजदूर) और अनुज (ड्राइवर) के रूप में हुई है। ये लोग अपने आपकों एसओजी अफसर बता कर यूपी, राजस्थान और अन्य इलाकों में वारदात करते थे।
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि गिरोह ने बस से अपह्रत किए गए जखिया, उसकी पत्नी और एक साथी से पांच लाख रुपये वसूलने की योजना बनाई थी। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के रहने वाले हैं।