भारत में हर 5वें दिन एक नया अरबपति

हुरुन इंडिया की नई अमीरों की सूची (रिचलिस्ट) जारी हो गई है। भारत में अरबपतियों की संख्या 29 फीसदी बढ़कर 334 हो गई है। मतलब, भारत से हर पांच दिन में एक नया अरबपति इस सूची में शामिल हुआ है।

भारत में हर 5वें दिन एक नया अरबपति

हुरुन इंडिया की नई अमीरों की सूची (रिचलिस्ट) जारी हो गई है। भारत में अरबपतियों की संख्या 29 फीसदी बढ़कर 334 हो गई है। मतलब, भारत से हर पांच दिन में एक नया अरबपति इस सूची में शामिल हुआ है। आज जारी इस सूची में इस आंकड़े को प्रमुखता से उठाया गया है। इसमें अमीरों के शहरों की भी रैंकिंग दी गई है। इसके अनुसार हैदराबाद ने पहली बार बेंगलुरु को पीछे छोड़ते हुए तीसरे पायदान पर जगह बनाई है, जबकि मुंबई और नई दिल्ली क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर बने हुए हैं।

हरून सूची में रेजर-पे के संस्थापक हर्षिल माथुर और शशांक कुमार, दोनों 33 वर्ष के हैं, सबसे नए अरबपति हैं। वहीं, जैप्टो के 21 वर्षीय कैवल्य वोहरा सूची में सबसे कम उम्र के अरबपति हैं, जबकि उनके सह-संस्थापक आदित पलीचा 22 वर्ष की उम्र में इस सूची में दूसरे सबसे युवा अरबपति बने हैं। इस साल की सूची में 90 के दशक में जन्मे 11 लोग शामिल हैं। सूची में ₹1,000 करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति वाले 1,539 लोग शामिल हैं, जिसमें 272 नए नाम हैं।

बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने पहली बार इस सूची में जगह बनाई है 58 वर्षीय शाहरुख की संपत्ति ₹7,300 करोड़ आंकी गई है, जिसमें उनकी आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स और फिल्म प्रोडक्शन कंपनी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट की हिस्सेदारी का अहम योगदान है मनोरंजन क्षेत्र से 2024 में सात नई एंट्रीज़ के साथ इस क्षेत्र ने कुल ₹40,500 करोड़ की संपत्ति में वृद्धि की है यह भारत में खेल और मीडिया से संबंधित आईपी के मजबूत विकास को दर्शाता है

हुरुन इंडिया के संस्थापक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि भारत एशिया का धन निर्माण इंजन बनकर उभर रहा है उन्होंने कहा, जहां चीन में अरबपतियों की संख्या में 25 फीसदी की गिरावट देखी गई, वहीं भारत में 29 फीसदी की वृद्धि हुई, जिससे अरबपतियों की संख्या 334 हो गई यह सूची भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य की दिशा को भी दर्शाती है

इस सूची में यह भी बताया गया कि औद्योगिक उत्पाद क्षेत्रों से जुड़े आंत्रप्रेन्योर्स की कुल संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में 47 फीसदी सीएजीआर वृद्धि हुई है। मैन्युफैक्चरिंग में बिजनेसमैन्स ने 28 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति जोड़ी है, जो 2024 में सूची में शामिल कुल संपत्ति का 56 फीसदी है। सूची में यह भी उल्लेख किया गया है कि लगभग 70 फीसदी संपत्ति, यानी $1.5 ट्रिलियन, पीढ़ीगत परिवर्तन के दौर से गुजर रही है, जिसके चलते वेल्थ बनाने वालों का एक नया ग्रुप उभरकर सामने आ सकता है।