विदेशी निवेशक भारत का पैसा चीन में कर रहे निवेश
चीन का आर्थिक पैकेज विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। इसीलिए विदेशी निवेश भारतीय शेयर मार्केट से अपना पैसा निकालर चीनी मार्केट में निवेश कर रहे हैं।
चीन का आर्थिक पैकेज विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। इसीलिए विदेशी निवेश भारतीय शेयर मार्केट से अपना पैसा निकालर चीनी मार्केट में निवेश कर रहे हैं। विदेशी निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर में अब तक भारतीय शेयर मार्केट से 58,711 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए हैं।
सितंबर महीने के अंत तक भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का कुल निवेश 1,00,245 करोड़ रुपये था जो अब मात्र 41,899 करोड़ रुपये रह गया है। ऐसे में देखा जाए तो विदेशी निवेशक आधी से ज्यादा रकम निकाल चुके हैं।
चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रोत्साहन पैकेज का ऐलान किया है। चीन अपने बैंकों और दूसरे कई सेक्टर को मजबूत बनाना चाहता है, ताकि उसकी वित्तीय स्थिति सही बनी रहे। ऐसे में विदेशी निवेशकों को चीन में ज्यादा संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। यही कारण है कि वे चीनी मार्केट का रुख कर रहे हैं।
विदेशी निवेशकों ने सितंबर में भारतीय शेयर मार्केट में 57,724 करोड़ रुपये निवेश किए थे। इससे पहले अगस्त में उन्होंने 7,322 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे, जो जुलाई से महीने-दर-महीने कम था। जुलाई में 32,359 करोड़ रुपये निवेश किए थे। जनवरी में साल की शुरुआत नकारात्मक रही थी, जब उन्होंने 25,744 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
शुक्रवार को विदेशी निवेशकों ने 4,162.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। पर इस स्थिति को घरेलू निवेशकों ने संभाल लिया। इस दिन घरेलू निवेशकों ने 3,730.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
एख फाइनेंशियल सर्विसेज के रणनीतिकार बताते हैं कि अक्टूबर में विदेशी निवेशक भारतीय मार्केट से लगातार शेयर बेच रहे हैं। वहीं चीन ने अपनी धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए मौद्रिक और राजकोषीय उपायों की घोषणा की है। इसके बाद से विदेशी निवेशक 'भारत से बेचो, चीन में खरीदो' की रणनीति अपना रहे हैं।