जेडीए के अधीक्षण अभियंता ने खूब कूटी चांदी

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने आज तड़के जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) अधीक्षण अभियंता (एसई) अविनाश शर्मा के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। जांच में करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है।

जेडीए के अधीक्षण अभियंता ने खूब कूटी चांदी

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने आज तड़के जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) अधीक्षण अभियंता (एसई) अविनाश शर्मा के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। जांच में करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है। ब्यूरो की दर्जनभर टीमों ने जयपुर के कई प्रमुख इलाकों में छापे मारे हैं।

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्ञान प्रकाश नवल के अनुसार गोपनीय जांच और सत्यापन में यह सामने आया कि अविनाश शर्मा ने सरकारी सेवा में रहते हुए अपनी आय से 253% अधिक, यानी लगभग 6.25 करोड़ रुपए की संपत्तियां अर्जित की हैं। शर्मा ने जयपुर के गोपालपुरा मोड़, मानसरोवर, सांगानेर, पृथ्वीराज नगर, जगतपुरा, प्रतापनगर और रिंग रोड के आसपास 25 से अधिक कॉलोनियों में 50 से ज्यादा संपत्तियां खरीदीं। इन संपत्तियों के निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं।
नवल के अनुसार जांच में यह भी सामने आया कि जेडीए में तैनाती के दौरान अविनाश शर्मा ने गृह निर्माण समितियों और बिल्डरों को फायदा पहुंचाया। इसके बदले उन्होंने बेहद कम कीमतों पर भूखंड हासिल किए, जिनकी बाजार में कीमत करोड़ों रुपए है। जांच में
अविनाश शर्मा और उनके परिवार के 7 बैंक खातों में करीब 30 लाख रुपए मिले। उनकी पुत्रियों की पढाई, कोचिंग और उच्च शिक्षा पर लगभग 50 लाख रुपए खर्च किए गए, जिसमें मणिपाल यूनिवर्सिटी और पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में पढ़ाई शामिल है। म्यूचुअल फंड में करीब 90 लाख रुपए का निवेश मिला। उसके अलावा उन्होंने चौपहिया और दोपहिया वाहनों की खरीद पर करीब 25 लाख रुपए खर्च किए।

जानकारी के अनुसार एसीबी की टीमें मकान नंबर 157, हिम्मत नगर, गोपालपुरा मोड़, जयपुर, कार्यालय, अधीक्षण अभियंता, जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए), प्लॉट नंबर 10.21, कीर्ति सागर, बदरवास, जयपुर (श्री रघुराम ढाबा), प्लॉट नंबर 58, इनकम टैक्स कॉलोनी प्रथम, जगतपुरा, जयपुर, किंजल कॉलोनाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेक्रेड कोलोनीइजर प्रा. लिमिटेड, नीलकंठ रियल स्टेट प्राइवेट लिमिटेड, सी-371 प्रधान मार्ग, मालवीय नगर, प्लॉट नंबर 75, राठी नगर, बदरवास आदि स्थानों पर छानबीन कर रही हैं।