जेजेएम घोटालाः ठेकेदार पदम चंद जैन उगलेगा राज
राज्थान में जल जीवन मिशन के घोटाला में ईडी ने पीएचईडी के ठेकेदार पदम चंद जैन को गिरफ्तार किया है। उसे आज कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 5 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया। अब माना जा रहा है कि इस घोटाले में वो बड़े राज उगलेगा।

राज्थान में जल जीवन मिशन के घोटाला में ईडी ने पीएचईडी के ठेकेदार पदम चंद जैन को गिरफ्तार किया है। उसे आज कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 5 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया। इसी मामले में जेल में बंद ठेकेदार पदम चंद जैन के बेटे पीयूष जैन की जमानत याचिका भी कोर्ट ने खारिज कर दी। सैकड़ों करोड़ के घोटाले मामले की जांच ईडी, एसीबी और सीबीआई कर रही है। इस मामले में जांच की आंच पूर्व मंत्री महेश जोशी तक भी पहुंची। ईडी ने समन जारी कर महेश जोशी को पेश होने के लिए भी कहा था।
ईडी की टीम कल देर रात पदम चंद जैन के आवास पर पहुंची थी। पूछताछ के बाद उसको गिरफ्तार किया गया। अब माना जा रहा है कि इस घोटाले में वो बड़े राज उगलेगा। पदम चंद जैन पर आरोप है कि उसने फर्जी प्रमाण पत्र बना कर टेंडर हासिल किए थे। पिछले साल इस मामले में एसीबी ने श्याम ट्यूबवेल, गणपति ट्यूबवेल के खिलाफ एसीबी ने एफआईआर दर्ज की थी। ईडी ने 17 जनवरी को जयपुर और बांसवाड़ा में 8 स्थानों पर सर्च अभियान चलाया। उस समय पदम जैन की 11.42 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की थी। इसके बाद 29 फरवरी को पीयूष जैन को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह जेल में बंद है।
जल जीवन मिशन के 900 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में ईडी ने सितम्बर 2023 में जयपुर और अलवर में नौ जगह छापे मारे थे, जिसमें महेश मित्तल, प्रॉपर्टी कारोबारी संजय बढ़ाया, कल्याण सिंह कविया, विशाल सक्सेना, माया लाल सैनी, पद्म चंद जैन, तहसीलदार सुरेश शर्मा और अमिताभ कौशिक के यहां सर्च अभियान चलाया था। अभियान में 2,50, लाख नगद एक किलो सोने की ईंट और करोड़ों की प्रॉपर्टी के काग़ज़ात और कुछ अधिकारियों के रिश्तेदारों के नाम से लेन देन के काग़ज़ात मिले थे।
इससे पहले एसीबी ने एक्सईएन माया लाल सैनी और जयंत प्रदीप कुमार को पद्म चंद जैन से 2 लाख 20 हज़ार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। जाँच में सामने आया था कि जल जीवन मिशन में ज़्यादा काम लेने व घटिया मटेरियल लगाकर अधिक कमाई के लिए श्री गणपति ट्यूबेल कंपनी और श्री श्याम ट्रेवल कंपनी ने इस्कॉन के फ़र्ज़ी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर 900 करोड़ रुपये के काम हासिल किए थे।