जेके लोन में प्लाजमा को बाद अब खून की चोरी
जयपुर के जेके लोन अस्पताल में एक कंप्यूटर ऑपरेटर को ब्लड बेचते हुए पकड़ा गया है। कंप्यूटर ऑपरेटर किसी मरीज के परिजन को ऑपरेशन के लिए 2000 रुपए में खून बेच रहा था। इससे पहले जेके लोन अस्पताल में ही प्लाज्मा चोरी का बड़ा मामला सामने आया था।
जयपुर के जेके लोन अस्पताल में एक कंप्यूटर ऑपरेटर को ब्लड बेचते हुए पकड़ा गया है। कंप्यूटर ऑपरेटर किसी मरीज के परिजन को ऑपरेशन के लिए 2000 रुपए में खून बेच रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को धर-दबोचा। SMS पुलिस थाने में उससे पूछताछ चल रही है।
इससे पहले जेके लोन अस्पताल में ही प्लाज्मा चोरी का बड़ा मामला सामने आया था। ब्लड बैंक में काम करने वाले लैब टेक्नीशियन कृष्णकांत कटारिया को पकड़ा गया था, जो लंबे समय से ऐसी चोरियां कर रहा था। यह मामला तब सामने आया था, जब ब्लड बैंक के कर्मचारियों ने ही उसे चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। सख्ती से पूछताछ के दौरान उसने प्लाज्मा चोरी करने की बात कबूल कर ली थी। कटारिया की कार में से काली थैली में प्लाज्मा के 76 पैकेट भी बरामद हुए थे।
अस्पताल के ब्लड बैंक के सभी CCTV कैमरे खराब हैं। इसी का फायदा प्लाज्मा और ब्लड चोर उठाते हैं। प्लाज्मा चोरी के मामले की जांच के लिए तत्काल प्रभाव से एक कमेटी गठित की गई थी। कमेटी की रिपोर्ट में बताया गया कि ब्लड बैंक के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग नहीं पाई गई। सात कैमरों में से प्लाज्मा स्टोर रूम में लगे एक कैमरे के तार कटे हुए थे। साथ ही अन्य उपकरणों से छेड़छाड़ की गई थी। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन को सूचना भी नहीं दी गई। कमेटी ने इन स्थितियों को संदेहास्पद माना।