कोर्ट ने कंगना को दिया ‘आखिरी मौका’
मुंबई के बांद्रा कोर्ट ने एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत को गीतकार जावेद अख्तर की ओर से दायर मानहानि के एक मामले में गैर-जमानती वॉरंट जारी करने से पहले हाजिरी के 'एक आखिरी मौका' दिया है ।

जावेद अख्तर मानहानि मामले में कंगना रनौत के लिए अब मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। मामला साल 2020 का है, जो कोर्ट में अब तक चल रहा है। मुंबई के बांद्रा कोर्ट ने एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत को गीतकार जावेद अख्तर की ओर से दायर मानहानि के एक मामले में गैर-जमानती वॉरंट जारी करने से पहले हाजिरी के 'एक आखिरी मौका' दिया है ।
खबरों के अनुसार इस विवाद को सुलझाने के लिए कोर्ट ने जो तारीखें तय की थीं, उनमें कंगना हाजिर नहीं हुईं। उनके वकील रिजवान सिद्दीकी ने बांद्रा कोर्ट को बताया कि वह संसद के काम में अपने कमिटमेंट्स के कारण केस में उपस्थित नहीं हो पाईं। अख्तर की ओर से केस लड़ रहे वकील जय के भारद्वाज ने एक्टर के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट की मांग करते हुए एक आवेदन दायर किया।
इस आवेदन में करीब 40 अदालती तारीखों पर गैर-मौजूद रहने का हवाला दिया गया। कोर्ट ने रनौत के वकील को आवेदन पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। आखिरकार मैजिस्ट्रेट ने आगे की कार्रवाई करने से पहले रनौत को एक 'आखिरी मौका' देने का फैसला किया।
कंगना और अख्तर के बीच कानूनी विवाद 2020 में शुरू हुआ था, जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई थी। इसी मामले पर बात करते हुए एक्ट्रेस ने एक टेलीविजन इंटरव्यू में ऋतिक रोशन से साल 2016 में उस मुलाकात का किस्सा सुनाया था, जिसमें जावेद अख्तर का नाम भी घसीटा था।
जावेद अख्तर ने कंगना के दावों को नकारते हुए एक्ट्रेस के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया। अख्तर ने अपने आरोप में कहा था कि कंगना के ये बयान उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बाद में रनौत ने अख्तर के खिलाफ जवाबी शिकायत दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया गया कि उन्होंने उन पर माफी मांगने का दबाव बनाया था।
दिसंबर 2024 में दोनों पक्ष मध्यस्थता के लिए तैयार भी थे, लेकिन प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है। कोर्ट में बीते मंगलवार की तारीख पर अख्तर हाजिर हुए, लेकिन रनौत की गैर मौजूदगी ने मामले में और देरी कर दी।
कंगना हालिया फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने एक पोस्ट के जरिए अपना रेस्टोरेंट खोलने की जानकारी दी है।