न्यूजीलैंड ने भारतीय शेरों को बनाया मेमना
न्यूजीलैंड टीम ने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैच अपने नाम कर भारतीय टीम के खिलाफ यह ऐतिहासिक सीरीज जीत ली। 12 साल पहले इंग्लैंड ने भारत को घरेलू टेस्ट सीरीज हराई थी। आज वही कारनामा न्यूजीलैंड ने कर दिखाया।
न्यूजीलैंड टीम ने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैच अपने नाम कर भारतीय टीम के खिलाफ यह ऐतिहासिक सीरीज जीत ली। 12 साल पहले इंग्लैंड ने भारत को घरेलू टेस्ट सीरीज हराई थी। आज वही कारनामा न्यूजीलैंड ने कर दिखाया।
बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर (106 रन पर 6 विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत न्यूज़ीलैंड ने भारत को पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में शनिवार को तीसरे दिन ही 113 रन से हराकर सीरीज में 2-0 की न सिर्फ अपराजेय बढ़त बना ली, बल्कि भारतीय जमीन पर अपनी पहली सीरीज जीत हासिल कर ली। इस टेस्ट में भारत को 359 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन मेजबान टीम 60.2 ओवर में 245 रन पर सिमट गयी। भारत को इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट में भी हार का सामना करना पड़ा था।
न्यूज़ीलैंड ने बेंगलुरु में जीत हासिल कर 36 वर्षों बाद टेस्ट में जीत हासिल की थी और अब पहली सीरीज़ जीत भी उनके नाम है।
न्यूज़ीलैंड की इन दो जीत में केन विलियमसन टीम का हिस्सा नहीं थे। श्रीलंका में यह टीम हारकर भारत आई थी। साउदी ने कप्तानी से इस्तीफ़ा दे दिया था, लेकिन टॉम लैथम ने बढ़िया कप्तानी की। पहले मैच में कीवी तेज़ गेंदबाज़ों ने बागडोर संभाली और दूसरे मैच में स्पिनर सैंटनर ने अगुवाई की। बल्लेबाज़ी में कॉन्वे और रचिन रवींद्र के साथ कप्तान टॉम लैथम ने भी योगदान दिया और न्यूज़ीलैंड को टेस्ट क्रिकेट की सबसे मुश्किल सीरीज़ में से एक जितवा दी।
जब भारत पिछली बार घर पर टेस्ट सीरीज़ हारा था, तब गंभीर उस टीम का हिस्सा थे और आज गंभीर टीम के मुख्य कोच हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मिली उस सीरीज़ हार में अश्विन और कोहली भी भारतीय टीम का हिस्सा थे।
भारत फरवरी 2013 के बाद से लगातार 4331 दिन तक घर पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं हारा था। इस दौरान भारत ने लगातार 18 टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी। भारत ने इन 12 सालों में 53 मैच खेले, जिसमें उसे 42 में जीत मिली, जबकि सिर्फ चार टेस्ट में उसे हार का सामना करना पड़ा और सात मैच ड्रा पर समाप्त हुए। न्यूजीलैंड की इस जीत के साथ ही भारत का विजयी रथ रूक गया है।
बतौर कप्तान रोहित शर्मा की भारत में यह चौथी टेस्ट हार है। भारत ने रोहित की अगुवाई में 15 टेस्ट खेले हैं और चार में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। कपिल देव और मोहम्मद अज़हरुद्दीन (दोनों 20-20 टेस्ट में) की अगुवाई में भी भारत ने घर पर इतने टेस्ट हारे थे। भारत ने घर पर जिस कप्तान की अगुवाई में सबसे अधिक मैच गंवाए हैं, उसमें एमएके पटौदी पहले स्थान पर हैं। एमएके पटौदी की अगुवाई में भारत ने 27 टेस्ट खेले थे और 9 टेस्ट में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। रोहित इस शर्मनाक सूची में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर है।