पीएचईडी इंजीनियर निकला घनकुबेर, 6 जिलों में छापे
राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अशोक जांगिड़ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में बड़ी कार्रवाई की है।

राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अशोक जांगिड़ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार औऱ रविवार को एसीबी की टीमों ने जयपुर सहित 6 जिलों के 19 ठिकानों पर छापेमारी की।
बांसवाड़ा में तैनात अशोक जांगिड़ के जयपुर, पावटा (कोटपूतली), मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर और मालपुरा (टोंक) स्थित ठिकानों पर तलाशी ली गई है। साथ ही पीएचईडी कार्यालय बांसवाड़ा, खनिज विभाग कार्यालयों और उप-पंजीयक कार्यालयों में भी जांच जारी है।
एसीबी के अनुसार अशोक जांगिड़ ने राजकीय सेवा में रहते हुए 11.50 करोड़ रुपए की आय अर्जित की, जो उनकी घोषित आय से 161 फीसदी अधिक है। तलाशी के दौरान जांगिड़ के पास से 54 अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, जिनमें 19 उनके नाम, 3 पत्नी के नाम और 32 बेटे निखिल जांगिड़ के नाम हैं।
बेटे के नाम उदयपुर, टोंक, अजमेर और पावटा में खनिज लीजें, क्रेशर, पोकलेन मशीन, ब्लास्टिंग इक्विपमेंट, डंपर सहित करोड़ों की मशीनरी और खनन कार्य संचालन में बड़े पैमाने पर निवेश के सबूत मिले हैं।
जांच में सामने आया कि अशोक जांगिड़ के पास जयपुर और पावटा में मकान, कैमरिया (पावटा) में फार्महाउस, पत्नी के नाम जयपुर में बनीपार्क और बिंदायका में दुकानें हैं। बेटे के नाम श्रीमाधोपुर में कॉमर्शियल जमीन और खनिज उद्योग के लिए भूमि खरीदी गई है। परिवार के नाम 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपए मिले हैं। वहीं बच्चों की स्कूली शिक्षा, कोचिंग और उच्च शिक्षा पर 30 लाख रुपए खर्च किए जाने के रिकॉर्ड भी एसीबी को मिले हैं।
जिन स्थानों पर सर्च किया गया, उनमें जयपुर के वैशालीनगर, बनीपार्क, बिंदायका, पावटा, बुचारा, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, टोंक और बांसवाड़ा में मकान, दुकानें, फार्म हाउस, खनिज लीज और कार्यालयों पर जांच हुई है। इस कार्रवाई में संबंधित खनिज विभागों तथा उप पंजीयक कार्यालयों से रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं।