पेपरलीक के 3 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत, युवा गुस्साए

राजस्थान सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 के बहुचर्चित पेपर लीक मामले में राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की बेटी शोभा राईका को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। इस मामले में आरोपित विजेंद्र और सुरेश को भी शीर्ष कोर्ट ने राहत दी है।

पेपरलीक के 3 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत, युवा गुस्साए

राजस्थान सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 के बहुचर्चित पेपर लीक मामले में नया मोड़ आया है। राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की बेटी शोभा राईका को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। इस मामले में आरोपित विजेंद्र और सुरेश को भी शीर्ष कोर्ट ने राहत दी है। 1 सितंबर 2023 को एसओजी ने रामू राम राईका को गिरफ्तार किया था। अब तक इस मामले में 80 से अधिक लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें 50 ट्रेनी एसआई शामिल हैं। इस अहम फैसले को सुप्रीम कोर्ट की बेंच, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा ने सुनाया।

सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद बेरोजगार युवाओं और प्रतियोगी छात्रों में गुस्सा साफ देखा जा रहा है। ट्विटर, फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर #SI_भर्तीरद्दकरो ट्रेंड कर रहा है। कई छात्रों का कहना है कि यह पूरा घोटाला मेहनती उम्मीदवारों के भविष्य के साथ अन्याय है।

ज्ञात हो कि 2021 में आयोजित राजस्थान सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद से राजस्थान की राजनीति में मचा घमासान अब तक जारी है। जांच में सामने आया कि आरपीएससी के तत्कालीन सदस्य रामू राम राईका ने अपने बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका को परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराया था। इस परीक्षा में शोभा राइका ने पांचवीं रैंक हासिल की थी।

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की जांच में सामने आया था कि शोभा और उनके भाई देवेश राइका (37वीं रैंक) सहित कई अन्य ट्रेनी सब इंस्पेक्टर्स के पेपर लीक में शामिल होने का संदेह जताया गया था। एसओजी ने जब शोभा का दोबारा टेस्ट लिया, तो वह हिंदी में 100 में से मात्र 34 और सामान्य ज्ञान में 24 अंक ही प्राप्त कर सकीं। निगेटिव मार्किंग में उनके अंक जीरो हो गए और वह राजस्थान के राज्यपाल का नाम तक नहीं बता पाईं।

इस मामले में रामूराम राइका, उनके बेटे देवेश, और शोभा सहित कई अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता चला कि रामूराम ने अपने पद का दुरुपयोग कर पेपर लीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

एसओजी ने सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 20 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। चार्जशीट में आरपीएससी के तत्कालीन चेयरमैन संजय क्षोत्रिय, सदस्य मंजू शर्मा, संगीता आर्या, जसवंत राठी और बाबूलाल कटारा की संदिग्ध भूमिका उजागर हुई। एसओजी के अनुसार इन लोगों ने रामू राम राईका के बच्चों, शोभा और देवेश, को अनुचित लाभ पहुंचाया।

बाबूलाल कटारा ने रामू राम राईका को परीक्षा के तीनों सेट और उनकी उत्तर कुंजी की फोटो उपलब्ध कराई थी। कटारा को तत्कालीन चेयरमैन भूपेंद्र सिंह ने मार्च 2021 में प्रश्नपत्र तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी। शुरू में एक दिन की परीक्षा के लिए दो सेट तैयार किए गए, लेकिन बाद में तीन दिन की परीक्षा के लिए मंजू शर्मा से अतिरिक्त सेट लिया गया।

अगस्त 2021 में कटारा ने राईका को सभी सेट की फोटो दी, जिसे राईका ने रजिस्टर में लिखकर अपने बच्चों को दे दिया। यह प्रश्नपत्र चेयरमैन को सौंपे जाने से पहले ही लीक हो गया था।