दूसरी पदक जीत में भी मनु भाकर ही छायीं
आज कांस्य पदक जीतने में भी मनु भाकर का योगदान प्रमुख रहा। सरबजोत सिंह तो बार-बार अपने प्रतिद्वंदी से पिछड़ते रहे। उनके निशाने से भटकने की भरपायी मनु भाकर करती रही।

पेरिस ओलंपिक 2024 के चौथे दिन भारतीय शूटर मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है। मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने पेरिस ओलंपिक 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में कांस्य पदक जीत लिया है। इससे पहले मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
वैसे, आज कांस्य पदक जीतने में भी मनु भाकर का योगदान प्रमुख रहा। सरबजोत सिंह तो बार-बार अपने प्रतिद्वंदी से पिछड़ते रहे। उनके निशाने से भटकने की भरपायी मनु भाकर करती रही। उसने हर बार सटीक निशाना लगाकर भारत को बढत में रखा। कोरिया टीम को भारतीय जोड़ी ने 16-10 से हराया। कोरिया को 10 अंक भी सरबजोत के खराब खेल की वजह से मिले। यदि मनु भाकर की तरह सरबजोत भी फार्म में होते तो जीत का अंतर कहीं बड़ा होता।
मनु ओलंपिक के इतिहास में एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली भारत की पहली भारतीय खिलाड़ी बनी हैं। इससे पहले अबतक कोई भी भारतीय ऐसा कारनामा ओलंपिक में नहीं कर पाया है। वैसे, सुशील कुमार और पीवी सिंधु ने दो मेडल जरूर जीते हैं, लेकिन ये मेडल एक ही ओलंपिक में नहीं जीते।
सरबजोत सिंह भी हरियाणा के हैं। वह अंबाला के बराड़ा ब्लॉक के धीन गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ पूरी की है। सामान्य परिवार से आने वाले सरबजोत सिंह को शुरू से ही शूटिंग का शौक था। उनके माता-पिता ने उन्हें शुरू से ही प्रोत्साहित किया था। अपने स्कूलिंग के दिनों से ही सरबजोत सिंह ने शूटिंग करना शुरू कर दिया था।