हाईकोर्ट से मिली क्लीन चिट, गहलोत पर बरसे मंत्री शेखावत
केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान हाईकोर्ट ने संजीवनी घोटाले में क्लीन चिट दे दी है। कोर्ट का फैसला आने के बाद मंत्री शेखावत ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत पर हमला बोला।
केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान हाईकोर्ट ने संजीवनी घोटाले में क्लीन चिट दे दी है। बुधवार को एसओजी की विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर जस्टिस अरुण मोंगा की बेंच ने शेखावत को दोष मुक्त करार दिया। बेंच ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर कोई मामला नहीं बनता है। कोर्ट का फैसला आने के बाद मंत्री शेखावत ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत पर हमला बोला। उन्होने कहा, गहलोत ने पुत्र मोह में आकर मुझे फंसाया।
संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव प्रकरण में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री मंत्री शेखावत की ओर से दायर याचिका में उनके खिलाफ एफआईआर के साथ-साथ जांच को भी रद्द करने की मांग की गई थी। 17 सितंबर को जस्टिस मोंगा ने अंतिम आदेश पारित करते हुए एसओजी से पूछा था कि क्या ग्रुप गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने का इरादा रखता है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की ओर से विस्तृत रिपोर्ट दायर कर कहा गया कि गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं है और कंपनियों में निदेशक के रूप में उनके इस्तीफे के बाद किए गए कृत्यों के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
इस रिपोर्ट पर कोर्ट ने फैसला सुनाया कि याचिकाकर्ता गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है। एडवोकेट आदित्य विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि एसओजी ट्रायल कोर्ट से अनुमति लिए बिना शेखावत के खिलाफ आगे की जांच नहीं कर सकेगी।
कोर्ट का फैसला आने के बाद मंत्री शेखावत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने पुत्र की हार और भाजपा की लगातार जीत की खीझ से मुझ पर जो आरोप लगाए गए थे। चरित्र हनन का जो प्रयास किया गया, उन पर न्यायालय के फैसले से तमाचा लगा है।