चांदी के रथ पर सवार नगर भ्रमण को निकले श्याम बाबा
सीकर में बाबा श्याम के 12 दिवसीय वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले के 11वें दिन आज एकादशी के मौके पर खाटू धाम में रथ यात्रा निकाली गई।

सीकर में बाबा श्याम के 12 दिवसीय वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले के 11वें दिन आज एकादशी के मौके पर खाटू धाम में रथ यात्रा निकाली गई। बाबा श्याम पहली बार 125 किलो चांदी के रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकले। करीब डेढ़ करोड़ की लागत से इस रथ को नोखा के कारीगरों ने करीब डेढ़ महीने में तैयार किया।
रथयात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर मेला कार्यालय, अस्पताल रोड, कबूतर चौक होते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंची। बाबा श्याम के रथ को खींचने और छूने के लिए पूरे रास्ते श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही। इस दौरान श्रद्धालु बाबा के साथ रंग और गुलाल की होली खेलते रहे।
रथयात्रा के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस के जवान और स्वयंसेवक व्यवस्थाओं को बनाने में जुटे रहे।
श्रीश्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि एकादशी पर बाबा को 56 भोग चढ़ाया गया। प्रसाद को तैयार करने के लिए अन्य प्रदेशों से कारीगर बुलाए गए थे। बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार किया गया। देशी और विदेशी फूलों के अलावा ड्राई फ्रूट्स चढ़ाए गए। बाबा को केसरिया, सफेद, लाल, पीले, नीले, आसमानी, हरे और गुलाबी रंगों के निशान चढ़ाए गए हैं। रथयात्रा के दौरान बाबा के भक्त श्याम लिखा दुपट्टा गले और सिर पर बांधकर भजन-कीर्तन में लीन नजर आए।
चौहान के अनुसार कल (11 मार्च) द्वादशी पर बाबा श्याम के नीचे मंदिर में सूरजगढ़ का निशान चढ़ेगा। मंदिर के गुंबद पर सूरजगढ़ के निशान चढ़ाने के साथ ही 12 दिवसीय मेले का समापन हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार (9 मार्च) को 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के दर्शन किए।