सांप से छुटकारा पाने युवक पहुंचा मेहंदीपुर बालाजी
एक व्यक्ति सांप से छुटकारा पाने के लिए उत्तरप्रदेश से राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी पहुंचा है। विकास नाम के शख्स को सांप ने 7 बार काटा, फिर भी वह जिंदा बच गया।
एक व्यक्ति सांप से छुटकारा पाने के लिए उत्तरप्रदेश से राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी पहुंचा है। विकास नाम के शख्स को सांप ने 7 बार काटा, फिर भी वह जिंदा बच गया। उसका कहना है कि यूपी में फतेहपुर जिले के मालवा थाना क्षेत्र के सोरा गांव में सांप ने उसे काटा। अस्पताल में इलाज करवाने के बाद विकास ठीक तो हो गया, लेकिन उसके सपने में वह सांप आने लगा। सांप ने विकास को चेतावनी दी है कि वह उसे नौ बार डंसेगा।
इसके बाद विकास और उसके परिजनों ने इन सपनों से छुटकारा पाने के लिए कई तांत्रिकों के चक्कर लगाए। लेकिन कहीं भी इसका समाधान नहीं निकलने पर अब वे दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर पहुंचे हैं।
विकास का कहना है कि 2 जून की रात 8 बजे के करीब जब वह टॉयलेट करने के लिए जा रहा था, तो पहली बार उसे सांप ने कांटा। उसके बाद पिछले करीब डेढ़ महीने में सांप ने उसे 7 बार डसा। विकास मंदिर पहुंचा तो उसने पूरा घटनाक्रम बताया। कई लोगों को उसने अपने शरीर पर सांप के 7 बार काटने के निशान दिखाए।
पीड़ित विकास का कहना है कि चित्रकूट में हनुमान जी के दर्शन कर 30 मई को वो गांव लौटा था। 2 जून की रात करीब 8 बजे टॉयलेट जाते समय सांप ने उसे काटा। उसके बाद 9 जून को सांप ने उसे फिर से काट लिया। इस बार भी उसकी जान बच गई। उसके बाद 16 जून को काटने से पहले सांप उसके सपने में आया। सांप ने उसे 9 बार काटने की चेतावनी दी। साथ ही कहा था कि 8 बार जान बच जाएगी, लेकिन 9 वीं बार वो किसी भी हालत में जिंदा नहीं बचेगा। इतना कहने के बाद सांप ने उसे तीसरी बार काट लिया।
इस घटना के बाद विकास ने सपने के बारे में अपने परिजनों को बताया। भयभीत परिजनों ने विकास को 200 किलोमीटर दूर उसकी मौसी के घर भेज दिया, लेकिन जिद्दी सांप ने विकास का फतेहपुर में भी पीछा नहीं छोड़ा और 23 जून की रात सोते समय चौथी बार काट दिया। ऐसे में परिजनों को भी विकास के सपने पर यकीन हो गया।
उसके बाद फतेहपुर से लाकर विकास को उसके चाचा के घर पर रखा गया, जहां हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। जिस कमरे में विकास को रखा था, उसे पूरी तरह से पैक कर दिया गया। विकास ने बताया कि 5 वीं बार फिर से सांप ने आकर उसे काट लिया। सर्पदंश से पीड़ित विकास ने बताया कि चाचा के घर पर उसे सांप ने 6वीं बार काटा। फिर 11 जुलाई को 7 वीं बार सर्पदंश का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद विकास पूरी तरह से टूट गया।
विकास ने बताया कि जब भी उसे सांप काटने वाला होता है, उससे करीब तीन से चार घंटे पहले उसकी बाईं आंख फड़कने लगती है और शरीर में घबराहट शुरू हो जाती है। उसके बाद विकास बचाव भी खूब करता है, लेकिन सांप उसे काटकर चला जाता है।
पीड़ित परिवार को अब आखिरी उम्मीद मेहंदीपुर बालाजी से हैं। यहां बालाजी महाराज के दरबार में पूरा परिवार इस अजीबो गरीब परेशानी से छुटकारा पाने के लिए पहुंचा है।