बेटे ने रची अपहरण की कहानी, आराम करते दबोचा

राजस्थान के जालोर ज़िले में पैसों के लिए एक ग्रेनाइट व्यापारी के बेटे ने अपने अपहरण की झूठी साज़िश रची। पुलिस ने रणकपुर के रास्ते में व्यापारी के बेटे को झाड़ियों में दबोच लिया जहाँ वो आराम कर रहा था।

बेटे ने रची अपहरण की कहानी, आराम करते दबोचा

राजस्थान के जालोर ज़िले में पैसों के लिए एक ग्रेनाइट व्यापारी के बेटे ने अपन अपहरण की झूठी साज़िश रची व्यापारी रतन लोहार के बेटे राजेंद्र ने अपने पिता को धमकी भरा ख़त भी भेजा और 6 लाख रुपये की फिरौती मांगी वो जालोर पुलिस को 3 दिन तक लगातार घुमाता रहा आखिरकार पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगालकर गुरुवार को मामले की तह तक पहुंचीं पुलिस ने रणकपुर के रास्ते में व्यापारी के बेटे को झाड़ियों में दबोच लिया जहाँ वो आराम कर रहा था

जालोर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल ने बताया कि कोतवाली थाना इलाके में रहने वाले ग्रेनाइट व्यापारी रतन लोहार का 25 साल का बेटा राजेंद्र सोमवार को गायब हो गया था रतन लोहार के पास शाम 5.30 के करीब धमकी भरे मैसेज आए इनमें लिखा था कि बेटे को जिंदा देखना चाहते हो तो 6 लाख कैश और ग्रेनाइट पत्थर में चमक लाने के लिए बनाई जाने वाली बट्‌टी का फॉर्मूला लेकर बताए हुए पते पर आ जाओ इसके बाद रतन लोहार ने थाने में अपहरण और फिरौती का केस दर्ज कराया

अभय कमांड व साइबर टीमें भी लगातार राजेन्द्र को ट्रैस कर रही थीं राजेंद्र के पास आईफोन था, इसलिए उसकी लोकेशन आसानी से पता नहीं चल पा रही थी पुलिस को जहां भी सीसीटीवी फुटेज में राजेंद्र नजर आया, वह अकेला था इसपर पुलिस को शक हुआ कि उसने किडनैप की झूठी कहानी रची है

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजेंद्र सोमवार को अपने घर से दोपहर को भोजन कर ग्रेनाइट फैक्ट्री जाने के लिए निकला था। वह अपने घर थर्ड फेज से धवला होते हुए नारायणावास गया। वहां से बरलूट होते हुए सिरोही पहुंच गया। पुलिस को वह सिरोही के गोयली चौराहे पर कैमरे में दिखा। उसने अपना मुंह रुमाल से ढंक रखा था। इसी जगह से उसने सोमवार शाम फिरौती का पहला मैसेज भेजा। इसके बाद वह जालोर की ओर लौटा। उसने बुडतरा नदी के आसपास से दूसरा मैसेज किया। यहीं उसके पिता रतन लोहार पुलिस के साथ फिरौती की रकम सहित पहुंचे।

राजेंद्र ने कार का इंडिकेटर चालू रखकर लोकेशन (छिपाड़वारा-हरजी के बीच) पर आने की धमकी दी थी, लेकिन मंगलवार को कई गाड़ियां देख उसने डील रद्द कर दी। इसके बाद फोन बंद कर दिया।

बुधवार दोपहर उसने अपना फोन कुछ देर के लिए खोला। इस दौरान उसकी लोकेशन समदड़ी के पास जाणियाणा गांव के नजदीक मिली। गुरुवार को राजेंद्र ने कई बार फोन ऑन किए। दोपहर को फोन ऑन किया तो नेतरा लोकेशन मिली। इसके बाद जालोर और आहोर थानाधिकारी और डीएसटी प्रभारी उस क्षेत्र में पहुंच गए। फिर उसकी लोकेशन रानी-खीमेल के आसपास मिली। पाली पुलिस की मदद से उसे गुरुवार शाम 4:15 बजे रणकपुर के रास्ते में पकड़ लिया। वह सड़क से कुछ दूर झाड़ियों में आराम कर रहा था।