गिरफ्तारी वारंट पर बोले सोनू सूद—सॉफ्ट टारगेट बनाया

सोनू सूद के खिलाफ लुधियाना के एक कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन्होंने कहा कि उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है। उन्हें सॉफ्ट टारगेट बनाया गया है।

गिरफ्तारी वारंट पर बोले सोनू सूद—सॉफ्ट टारगेट बनाया

सोनू सूद के खिलाफ लुधियाना के एक कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी और क्रिप्टोकरंसी से जुडा़ है। इस मामले में अब सोनू की सफाई ,मने आई है। उन्होंने कहा कि उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है। उन्हें सॉफ्ट टारगेट बनाया गया है।

सोनू सूद ने एक्स पर लिखा, हमें यह स्पष्ट करने की जरूरत है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही खबरें बेहद सनसनीखेज हैं। सीधे शब्दों में कहें तो न्यायालय ने हमें एक तीसरे पक्ष से संबंधित मामले में गवाह के रूप में बुलाया था, जिससे हमारा कोई संबंध नहीं है। सोनू सूद ने आगे लिखा, हमारे वकीलों ने जवाब दे दिया है। 10 फरवरी 2025 को हम एक बयान देंगे, जिसमें हम यह स्पष्ट करेंगे कि हम इस मामले में शामिल नहीं हैं। हम न तो ब्रांड एंबेसडर हैं और न ही किसी और तरीके से जुड़े हुए हैं।

सोनू सूद ने यह भी लिखा कि यह सब सिर्फ मीडिया का ध्यान खींचने के लिए किया जा रहा है। यह दुख की बात है कि सेलेब्रिटी को सॉफ्ट टारगेट बना दिया जाता है। हम इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे।

लुधियाना की एक अदालत ने कथित धोखाधड़ी के मामले में सोनू सूद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट रमनप्रीत कौर ने 51 वर्षीय सोनू सूद को इस मामले में गवाही देने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह अदालत की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाए। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। बता दें कि राजेश खन्ना नाम के एक वकील 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। वकील का आरोप है कि मुख्य आरोपी मोहित शुक्ला ने उन्हें रिजिका कॉइन में निवेश करने का लालच दिया था। इसी मामले में सोनू सूद को गवाह बनाया गया हैं।