रणथम्भौरः बाघिन सिद्धी ने जन्मे 3 शावक
रणथम्भौर में बाघिन सिद्धी रणथम्भौर की कुण्डेरा रेंज के नॉन पर्यटन क्षेत्र अनदपुरा वन क्षेत्र में वन विभाग के कैमरे में तीन शावकों के साथ कैद हुई है।
रणथम्भौर में इस बार बाघिन सिद्धी यानि टी-125 ने खुशखबरी दी है। वन विभाग की जानकारी के अनुसार बाघिन सिद्धी रणथम्भौर की कुण्डेरा रेंज के नॉन पर्यटन क्षेत्र अनदपुरा वन क्षेत्र में वन विभाग के कैमरे में तीन शावकों के साथ कैद हुई है। ऐसे में वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है।
वन अधिकारियों ने बताया कि बाघिन सिद्धी रणथम्भौर की मशहूर बाघिन एरोहैड टी-84 की संतान है। सिद्धी ने पहली बार शावकों को जन्म दिया है। वर्तमान में बाघिन का विचरण बाघ टी-112 के साथ बताया जा रहा है। हालांकि करीब एक साल पहले भी बाघिन की शारीरिक संरचना में बदलाव नजर आया था, लेकिन उस समय बाघिन के साथ न तो शावक नजर आए थे न ही वन विभाग के कैमरे में कैद हुए थे। बाघिन की उम्र करीब 6 साल के आसपास बताई जा रही है।
वन विभाग के अनुसार पूर्व में बाघिन सिद्धी का जोन तीन व चार में विचरण रहता था, लेकिन बाद में सिद्धी की बहन रिद्धी ने उसे वहां से खदेड़ दिया। इसके बाद सिद्धी ने कुण्डेरा रेंज में नया आशियाना बनाया। वर्तमान में सिद्धी का मूवमेंट पीपली देह, दर्रा, अनदपुरा, भदलाव तालाब आदि वन क्षेत्र में है।
वन अधिकारियों ने बताया कि बाघिन सिद्धी तीन शावकों की उम्र करीब दो से तीन माह के आसपास है। एहतियात के तौर पर विभाग की ओर से लगातार मॉनिटरिंग कराई जा रही है।