आखिर पकड़ी गई शातिर डमी कैंडिडेट वर्षा
एसओजी ने आखिर शातिर डमी कैंडिडेट वर्षा बिश्नोई को पकड़ लिया। उसे जोधपुर पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार किया है। वर्षा पर आरोप है कि वह कई भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बनी थी।

एसओजी ने आखिर शातिर डमी कैंडिडेट वर्षा बिश्नोई को पकड़ लिया। उसे जोधपुर पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार किया है। वर्षा पर आरोप है कि वह कई भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बनी थी।
एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने वाली वर्षा विश्नोई पर एसओजी ने 25 हजार रुपए का इनाम रखा था। वह काफी समय से फरार चल रही थी। वर्षा को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। बताया जाता है कि एसआई भर्ती परीक्षा में उसने इंदुबाला और भगवती के बदले परीक्षा दी थी। इंदुबाला और भगवती को पहले ही एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया है।
वर्षा बिश्नोई की गिरफ्तारी के लिए जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार के निर्देश पर 'ऑपरेशन फिक्स इट' चलाया गया था।
बताया जाता है कि जगदीश सियाग 2014 में राजस्थान पुलिस में शामिल हुआ। उसने ही वर्षा को अपनी रिश्तेदार बहनों के बदले परीक्षा देने के लिए तैयार किया था। वर्षा ने दोनों कैंडिडेट के बदले 15-15 लाख रुपए मांगे थे। कुल 30 लाख में डील हुई थी। इसमें से 25 लाख रुपए वर्षा को दे दिए गए थे, जबकि 5 लाख रुपए और देने थे।
वर्षा ने इंदुबाला की जगह 13 सितंबर 2021 को परीक्षा दी थी और भगवती के बदले 14 सितंबर को परीक्षा दी थी। दोनों ने ही परीक्षा पास की। इंदुबाला को 1139वीं और भगवती को 239वीं रैंक मिली थी। वर्षा ने खुद भी परीक्षा दी थी और उसे 834वीं रैंक मिली थी।
ज्ञात हो कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को लेकर एसओजी ने अब तक 42 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। वहीं, पेपर लीक मामले से जुड़े गैंग के 30 से ज्यादा लोग भी हत्थे चढ़ चुके हैं।