छावा जैसी फिल्म बनाने से डरते हैं जॉन अब्राहम

जॉन अब्राहम ने कहा कि वह कभी 'छावा' या 'द कश्‍मीर फाइल्‍स' जैसी फिल्‍में नहीं बनाएंगे। उन्‍होंने ऐसी फिल्‍मों के बनने और दर्शकों पर पड़ने वाले इसके प्रभाव को 'डरावना' बताया।

छावा जैसी फिल्म बनाने से डरते हैं जॉन अब्राहम

जॉन अब्राहम ने एक हालिया बातचीत में लगातार बन रही 'राष्ट्रवादी' फिल्मों पर अपनी राय दी है। उनका कहना है कि ऐसी फिल्‍में अक्सर कट्टरपंथ की हद तक पहुंच जाती हैं और दर्शकों की भावनाओं को भड़काने से परहेज नहीं करतीं। इस साल की शुरुआत में फिल्म 'छावा' की बंपर सक्‍सेस की तारीफ करने वाले जॉन अब्राहम ने अब कहा कि वह कभी 'छावा' या 'द कश्‍मीर फाइल्‍स' जैसी फिल्‍में नहीं बनाएंगे। उन्‍होंने ऐसी फिल्‍मों के बनने और दर्शकों पर पड़ने वाले इसके प्रभाव को 'डरावना' बताया।

'इंडिया टुडे' से बातचीत में जॉन ने फिल्‍मों पर सेंसरशिप के बारे में भी बात की और कहा, सेंसरशिप जरूरी है। लेकिन जिस तरह से इसे कंट्रोल किया जाता है, वह सवाल खड़े करता है। सीबीएफसी के बारे में बात करते हुए जॉन अब्राहम ने कहा, वे हमारे साथ अच्छे रहे हैं, मैं अपनी फिल्में बनाने के तरीके को लेकर जिम्मेदार रहा हूं। मैं दक्षिणपंथी या वामपंथी नहीं हूं। मैं अराजनीतिक हूं।

जॉन अब्राहम ने आगे यह स्वीकार किया कि जिस तरह दक्षिणपंथी फिल्मों को ज्यादा दर्शक मिलते हैं, वह चिंता का सबब है। एक्‍टर ने कहा, मेरे लिए चिंता की बात यह है कि दक्षिणपंथी फिल्मों को भारी दर्शक वर्ग मिलता है। ऐसे में एक फिल्म निर्माता के तौर पर आप खुद से पूछते हैं कि आप किस राह पर चलेंगे -क्या मैं व्यावसायिक रास्ता अपनाऊंगा या मैं अपनी बात पर अड़ा रहूंगा। मैंने दूसरा रास्ता चुना है।

बॉक्‍स ऑफिस के आंकड़ों में विक्की कौशल की 'छावा' इस साल की अब तक की सबसे बड़ी हिट है। इसने देश में 601.57 करोड़ रुपये का नेट कलेक्‍शन और वर्ल्‍डवाइड 807.91 करोड़ रुपये का ग्रॉस कलेक्‍शन किया। यह फिल्म मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक संभाजी महाराज के जीवन और मुगल शासक औरंगजेब के साथ उनके संघर्ष पर आधारित है। साल 2022 में रिलीज 'द कश्मीर फाइल्स' भी विवादों के बावजूद ब्‍लॉकबस्‍टर बनी थी। इसने देश में 252.25 करोड़ का नेट कलेक्‍शन और वर्ल्‍डवाइड 341 करोड़ का ग्रॉस कलेक्‍शन किया। विवेक अग्‍न‍िहोत्री के डायरेक्‍शन में बनी इस फिल्‍म को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में राष्ट्रीय एकता बढ़ाने वाली कैटेगरी में बेस्‍ट फिल्‍म फिल्‍म का नरगिस दत्त अवॉर्ड भी मिला।