सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति निर्वाचित

महाराष्ट्र के राज्यपाल और एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को 767 वोटों में 452 फर्स्‍ट प्र‍िफरेंस के वोट मिले। वह 12 सितंबर को भारत के पंद्रहवें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ले सकते हैं।

सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति निर्वाचित

एनडीए के उम्‍मीदवार सीपी राधाकृष्‍णन देश के नए उपराष्‍ट्रपति होंगे महाराष्ट्र के राज्यपाल और एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को 767 वोटों में 452 फर्स्‍ट प्र‍िफरेंस के वोट मिले वहीं, विपक्षी उम्मीदवार जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को केवल 300 वोट मिले साफ है कि विपक्ष ने जितने सांसदों के समर्थन का दावा किया था, उतने वोट भी इंडिया ब्‍लॉक के कैंडिडेट को नहीं मिले राधाकृष्णन 12 सितंबर को भारत के पंद्रहवें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ले सकते हैं

चुनाव में सबसे चर्चा क्रॉस वोटिंग की रही कांग्रेस महासचिव ने पहले दावा किया था कि उनके पास 315 वोट हैं, लेकिन वास्तविक परिणाम में विपक्ष के लगभग 14-15 वोट एनडीए के पक्ष में चले गए, जिससे राधाकृष्णन की जीत सुनिश्चित हो गई इस घटना ने विपक्षी दलों के रणनीतिक समीकरणों को भी चुनौती दी है, खासकर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता का यह पहला बड़ा परीक्षण था, जिसमें इंडिया ब्लॉक को उम्मीद के मुताबिक वोट नहीं मिल पाए

उपराष्‍ट्रपति चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी ने बताया कि चुनाव में 767 सांसदों ने वोट डाले, जिनमें से 15 अवैध घोषित कर दिए गए कागजों पर एनडीए के पास 427 सांसदों का समर्थन था और वाईएसआरसीपी के 11 सांसदों ने भी राधाकृष्णन के पक्ष में मतदान किया लेकिन एनडीए उम्मीदवार को कुल मतों से 14 ज्‍यादा वोट मिलेबीजू जनता दल (बीजेडी), भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस), शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) और निर्दलीय सांसदों सहित 13 सांसदों ने चुनाव से दूरी बनाए रखी

इंडिया ब्‍लॉक के कैंडिडेट जस्टिस सुदर्शन रेड्डी ने अपनी हार स्‍वीकार कर ली है उन्‍होंने कहा कि सांसदों ने उपराष्ट्रपति चुनाव का फैसला सुना दिया है और वे इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति अपनी आस्था के साथ स्वीकार करते हैं उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनके लिए सम्मानजनक अवसर रही, जिसने उन्हें संवैधानिक नैतिकता, न्याय और प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा के मूल्यों के लिए खड़े होने का अवसर दिया रेड्डी ने यह भी कहा कि परिणाम उनके पक्ष में नहीं है, लेकिन जिस बड़े उद्देश्य के लिए उन्होंने प्रयास किया, वह अडिग है उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं का आभार जताया, जिन्होंने उन्हें अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया