राजस्थानः सरकारी सूचनाएं

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राजस्थानः सरकारी सूचनाएं

मिलावट के खिलाफ अभियान

होली के त्योहार को देखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्तालय की ओर से मिलावट पर रोकथाम के लिए चलाए गए अभियान के तहत गुरूवार को जयपुर शहर में विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई कर 47 नमूने लिए गए। अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा ने बताया कि दूध मण्डी, शास्त्रीनगर में 21 प्रतिष्ठानों से पनीर, मावा एवं घी के 47 नमूने लेकर मौके पर ही मोबाइल लैब के माध्यम से जांच करवाई गई। जांच में घी के एक नमूने में मिलावट पाई गई। घी, मावा एवं पनीर के 5 नमूने संदिग्ध पाए गए। बालाजी पनीर हाउस से 20 किलो घी जब्त किया गया। आरके डेयरी एवं दीपक डेयरी पर कमियां पाई जाने पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत नोटिस दिया गया है। दीपक डेयरी से घी एवं पनीर का नमूना, बालाजी डेयरी से घी का नमूना, राहुल फेस फार्म से घी, धाभाई पनीर उद्योग एवं आर.के. डेयरी से पनीर एवं मावा के नमूने जांच को लिए गए। इन नमनूों को खाद्य प्रयोगशाला में जांच के लिए भिजवाया गया है। इससे पूर्व 18 मार्च से 20 मार्च, 2024 तक खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने 368 जांच में खाद्य पदार्थों के 511 नमूने लिए और 1180 किलो खाद्य पदार्थों को जब्त या नष्ट किया गया।

निर्माण में देरी पर नोटिस

राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (आरएमएससी) की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने जिला औषधि भण्डार गृहों के सिविल कार्यों में देरी पर संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदार को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। यह निर्देश जिला औषधि भण्डार गृहों तथा कोटा एवं जयपुर के मेडिकल कॉलेज के औषधि भण्डार गृहों में करवाए जा रहे सिविल कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए। प्रबंध निदेशक ने इन निर्माण कार्यों की गहन समीक्षा की और सभी 27 जिला औषधि भण्डार गृहों एवं कोटा तथा जयपुर मेडिकल कॉलेज के औषधि भण्डार गृहों पर किये जा रहे कार्यों की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अलवर, बांसवाड़ा, चूरू, प्रतापगढ़, सिरोही जिले के औषधि भण्डार गृह तथा मेडिकल कॉलेज औषधि भण्डार गृह, जयपुर में तय तिथि से 2 माह से अधिक का समय लगने पर ये नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। 

होली पर चाक-चौबंद व्यवस्था

होली औऱ घुलंडी पर सतर्कता एवं संवेदनशीलता बनाये रखने तथा जरूरी व्यवस्थाएं रखने के लिए पुलिस एवं जिला प्रशासन के संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने आदेश जारी कर जयपुर जिले के सभी पुलिस उपायुक्तों एवं पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण को सांप्रदायिक सौहार्द, कानून व्यवस्था, यातायात सहित सभी माकूल व्यवस्था करने के अलावा अतिसंवेदनशील इलाकों में सतत निगरानी रखने के निर्देश दिये हैं। जयपुर नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज को होली और धुलण्डी के बाद अतिरिक्त स्टाफ तैनात कर सफाई के साथ-साथ सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन वाहन मय उपकरण और स्टाफ तैनात करने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही उपायुक्त नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज को 24 और 25 मार्च को शहरके सभी थानों तथा पुलिस कंट्रोलरूम यादगार पर अग्निशमन वाहन मय आवश्यक उपकरण एवं स्टाफ तैनात करने के लिए निर्देशित किया गया है। अधीक्षण अभियन्ता, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निर्बाध विद्युत आपूर्ति एवं अधीक्षण अभियन्ता, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी को 25 मार्च को दोपहर 12 बजे से सांय 6 बजे तक पानी की अतिरिक्त आपूर्ति करने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को थाना रामगंज, माणकचौक ब्रह्मपुरी, शास्त्रीनगर, कोतवाली, मालवीय नगर, लालकोठी, आदर्शनगर, मानसरोवर, सांगानेर, वैशालीनगर एवं पुलिस कंट्रोलरूम जयपुर पर एंबुलेंस वाहन मय चिकित्साधिकारी, नर्सिंग स्टाफ एवं जरूरी दवाएं तैनात करने के निर्देश दिये गए हैं।

73 चिकित्सा इकाईयों को जवाब-तलब

प्रदेश के अस्पतालों व स्वास्थ केन्द्रों में औचक निरीक्षण के दौरान लचर व्यवस्थाएं पाए जाने पर 73 चिकित्सा इकाईयों के प्रभारी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा गया है। निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर के अनुसार अजमेर जिले के 5, बालोतरा के 1, बांसवाड़ा के 2, बारां के 3, बाड़मेर के 4, भरतपुर के 4, बूंदी के 3, चूरू के 4, दौसा के 3, डीडवाना-कुचामन के 2, डीग के 2, धौलपुर के 9, डूंगरपुर के 1, गंगानगर के 1, गंगापुर सिटी के 2, जयपुर के 1, जोधपुर के 4, करौली के 1, केकड़ी के 3, कोटा के 3, कोटपूतली-बहरोड़ के 1, पाली के 3, फलौदी के 2, राजसमंद के 1, सलूम्बर के 1, सवाईमाधोपुर के 1, सीकर के 1, सिरोही के 2, टोंक 2 तथा उदयपुर के 1 चिकित्सा संस्थान में शौचालय एवं साफ-सफाई की स्थिति असंतोषजनक पाये जाने पर नोटिस दिया गया है। प्रदेश में 17 मार्च तक चिकित्सा संस्थानों के 9 हजार से अधिक निरीक्षण किए गए हैं। इसके बाद कई जगह सुधार हुआ है। जिनमें लापरवाही देखने को मिली है, वहां आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।