राजस्थान में बसपा फिर शून्य, दोनों विधायक एनडीए में शामिल

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी राजस्थान में फिर से शून्य हो गई है। प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक आज एनडीए में शामिल हो गए।

राजस्थान में बसपा फिर शून्य, दोनों विधायक एनडीए में शामिल

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी राजस्थान में फिर से शून्य हो गई है। प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक आज एनडीए में शामिल हो गए।

राजस्थान के सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली और धौलपुर के बाड़ी विधायक जसवंत गुर्जर शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए हैं। मंगलवार को इन दोनों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना का दामन थामा। 

यह पहला मौका नहीं है, जब राजस्थान में बसपा के विधायकों ने पाला बदला है। यहां बसपा के विधायकों का दल बदलने का सिलसिला पुराना है। इस बार बसपा के विधायकों ने कांग्रेस की बजाए भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए का दामन थामा है। इस फेरबदल से लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए और मजबूत हो गई है। 

इन दोनों से पहले भरतपुर जिले के बयाना रूपवास की निर्दलीय विधायक रितु बनावत ने भी शिवसेना ज्वाइन की थी। पर कुछ दिनों बाद वो भाजपा में शामिल हो गई। 

पिछले 10 सालों से राजस्थान के बसपा विधायक कांग्रेस को ही किसी न किसी तरह समर्थन देते रहे हैं, लेकिन इस बार भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना इन बसपा विधायकों को अपने पाले में लाने में कामयाब हो गई। राजस्थान में दो बार ऐसा हो चुका है जब बसपा के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए।

हाल में मुख्यमंत्री भजनलाल की सभा में बीएसपी विधायक जसवंत सिंह गुर्जर की खुले मंच पर एंट्री हुई थी और उन्होंने धौलपुर-करौली सीट पर भाजपा प्रत्याशी इंदु देवी जाटव के समर्थन में वोट मांगे थे। जसवंत गुर्जर के मंच साझा करने के बाद उनके भाजपा को समर्थन देने की अटकलें लगाई जा रही थी। वहीं, सादुलपुर से विधायक मनोज न्यांगली भी बीते दिनों चुरू से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया के समर्थन में चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई दिए थे।