हर अस्पताल में कैशलेस इलाज
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने वालों को अब देश के किसी भी अस्पताल में कैशलेस इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। भले ही वह अस्पताल इंश्योरेंस कंपनी की लिस्ट में हो या नहीं। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल (GIC) ने पॉलिसी होल्डर्स के हित में यह फैसला लिया है। काउंसिल ने जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के साथ बातचीत के बाद ‘कैशलेस एवरीव्हेर’ पहल की शुरूआत की है। इसमें देश के किसी भी अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा देने पर सहमति बनी है।
अभी हेल्थ पॉलिसी खरीदने वाले ग्राहक सिर्फ उसी अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा ले सकते हैं, जो बीमा कंपनी के नेटवर्क में शामिल है। अगर कोई अस्पताल कंपनी के नेटवर्क में शामिल नहीं है तो वहां इलाज कराने पर पॉलिसीधारक को पूरा पैसा खुद भरना पड़ेगा और बाद में उसे बीमा कंपनी के सामने रीमबर्शमेंट कराना पड़ता है.। इसमें दिक्कत ये है कि अगर व्यक्ति के पास इलाज के लिए पैसा नहीं है तो उसे बीमा का फायदा भी नहीं मिलता है।
‘कैशलेस एवरीव्हेर’ इनीशिएटिव के तहत बीमाधारक उस अस्पताल में भी कैशलेस इलाज करा सकेंगे, जो कंपनी के नेटवर्क में शामिल नहीं है। ग्राहक की बीमा कंपनी इस बात के लिए बाध्य होगी कि वह अस्पताल में किए गए इलाज का भुगतान करे, भले ही वह इस्पताल उसके नेटवर्क में आता हो या नहीं।
ऐसे अस्पताल जहां 15 से ज्यादा बेड की सुविधा है और स्टेट हेल्थ अथॉरिटी के साथ उनका पंजीकरण है, वहां कैशलेस इलाज की सुविधा का लाभ लिया जा सकता है। जो अस्पताल नेटवर्क में शामिल नहीं हैं, वहां इलाज का खर्च जिन बीमा कंपनियों के साथ उनका नेटवर्क है, उन्हें मिलने वाले रेट के आधार पर ही तय किया जाएगा।