अस्पताल के गेट पर बे रोक-टोक तंत्रिक क्रिया
कोटपुतली-बहरोड़ के जिला अस्पताल के मेन गेट पर शनिवार को तांत्रिक द्वारा तंत्र विद्या करने का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कोटपुतली-बहरोड़ के जिला अस्पताल के मेन गेट पर शनिवार को तांत्रिक द्वारा तंत्र विद्या करने का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह अनुष्ठान 20 साल पहले बहरोड में सड़क दुर्घटना में मारे गए भीलवाड़ा के एक युवक की आत्मा की शांति के लिए किया गया, लेकिन प्रशासन मौन रहा।
मेन गेट पर तांत्रिक बेखौफ तंत्र विद्या करते रहे। इस कारण करीब डेढ़ घंटे तक अस्पताल का मेत गेट अवरूद्ध रहा। ये सब अस्पताल में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों की आंखों के सामने हुए, लेकिन किसी ने पुलिस को सूचना देने की कोशिश नहीं की। किसी ने तांत्रिक का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने के बाद अब अस्पताल प्रशासन अपने बचाव में अलग-अलग तर्क दे रहा है। मौके पर चश्मदीदों ने बताया की 3 गाड़ियों में आए दो दर्जन से अधिक महिला व पुरूष तांत्रिक क्रिया में लगे हुए थे, लेकिन उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था। तांत्रिक क्रिया के खिलाफ मरीजों ने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और बदस्तूर तांत्रिक क्रिया चलती रही।
करीब 20 वर्ष पूर्व बहरोड़ में सड़क दुर्घटना में भीलवाड़ा के युवक की मौत हो गई थी। शनिवार को तांत्रिक मृत युवक के परिवार के साथ जिला अस्पताल के मेन गेट उसकी आत्मा की शांति के लिए तांत्रिक क्रिया करने पहुंचे थे। भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर रहने वाले परिजन तीन गाड़ियों में सवार होकर वहां पहुंचे थे।
जिला अस्पताल परिसर में पूर्व में भी आत्माओं से छुटकारा दिलाने व उनकी शांति के नाम पर तांत्रिक क्रियाएं होती रही हैं। अब शनिवार को एक बार फिर अस्पताल परिसर में तांत्रिक क्रिया करने का मामला सामने आया है। घटना के दिन जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव छुट्टी पर थे। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में किसी तरह की कोई तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी उनको नही दी गई। अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत किसी भी स्टॉफ ने उन्हें नबीं बताया। उन्होंने कहा, अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर तैनाता स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी।