रेलवे कराती है सबका इलाज
अगर रेलवे स्टेशन या परिसर में कहीं पर भी किसी के साथ कोई घटना होती है और व्यक्ति घायल हो जाता है तो उसका इलाज भारतीय रेलवे कराएगी। भले ही पीडि़त व्यक्ति के पास रेलवे का कोई टिकट हो या न हो।
अगर रेलवे स्टेशन या परिसर में कहीं पर भी किसी के साथ कोई घटना होती है और व्यक्ति घायल हो जाता है तो उसका इलाज भारतीय रेलवे कराएगी। भले ही पीडि़त व्यक्ति के पास रेलवे का कोई टिकट हो या न हो। रेलवे की पहली प्राथमिकता उस व्यक्ति का तुरंत इलाज कराना है।
रेल मैन्युअल के अनुसार अगर कोई व्यक्ति ट्रेन से सफर करने के लिए प्लेटफार्म या स्टेशन पहुंचता है। यहां तक कि स्टेशन परिसर तक पहुंचा जाता है। वहां कोई घटना हो जाती है और वो व्यक्ति घायल हो जाता है। उस व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाकर तुरंत उपचार कराने की जिम्मेदारी भारतीय रेलवे की है। भले ही उस व्यक्ति के पास किसी तरह का टिकट हो या न हो।
रेल मैन्युल के अनुसार परिसर पर आने वाल प्रत्येक व्यक्ति रेलवे का संभावित यात्री हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति बगैर टिकट है तो रेलवे उस पर कार्रवाई बाद में करेगी। टिकट नहीं होने की वजह से किसी का उपचार रोका नहीं जा सकता है। इस प्रकार रेलवे सभी का भला करेगी। व्यक्ति यात्री हो या न हो।