भारत दाल का 25% बाजार पर कब्जा

भारत दाल का 25% बाजार पर कब्जा

दाल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगने के लिए सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में भारत दाल ब्रांड के तहत चने की दाल बेचना शुरू किया था। इसके एक किलो के पैक की कीमत 60 रुपये रखी गई और 30 किलो का बैग 55 रुपये किलो के भाव पर उपलब्ध है। अभी इसे नैफेड, एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और सफल के जरिए बेचा जा रहा है। यह कई ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर भी उपलब्ध है। सरकार का दावा है कि लॉन्च के चार महीने के भीतर ही भारत ब्रांड की चना दाल ने 25 फीसदी मार्केट कब्जा लिया है। इसकी वजह यह है कि यह बाजार में मौजूदा दूसरे ब्रांड की तुलना में यह दाल सस्ती है। दूसरे ब्रांड्स के चना दाल की कीमत 80 रुपये के आसपास है, जबकि भारत चना दाल 60 रुपये किलो मिल रही है।

दाल की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार चना, तुअर, उड़द, मूंग और मसूर की दाल का बफर स्टॉक रखती है। बाजार में कीमतों को रेगुलेट करने के लिए इस स्टॉक को रिलीज किया जाता है। सरकार ने 31 मार्च तक तुअर और उड़द की दाल पर इम्पोर्ट ड्यूटी खत्म कर दी है, जबकि मसूर की दाल पर इसे जीरो कर दिया गया है। तुअर और उड़द पर स्टॉक लिमिट लगा दी गई है, ताकि इसकी कालाबाजारी न हो पाए। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि ग्राहकों के बीच भारत ब्रांड की चना दाल की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। चार महीने में ही इसने एक चौथाई मार्केट कब्जा लिया है।