शुरू हुआ साहित्य उत्सव-जेएलएफ

शुरू हुआ साहित्य उत्सव-जेएलएफ

विश्व प्रसिद्ध जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) का 17वां संस्करण आज 1 फरवरी से शुरू हो गया। जेएलएफ का उद्घाटन राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सुबह 9.30 बजे जयपुर के होटल क्लार्क आमेर में किया।

 

5 दिवसीय इस महोत्सव में देशभर से साहित्यकार हिस्सा ले रहे हैं। उत्सव के लिए एक नया स्थल 'नंदघर' भी बनाया गया है। क्योंकि उत्सव का मूल स्थल, जिसे मुगल टेंट कहा जाता था, अपने नाम को लेकर विवादों में आ गया था। जेएलएफ के आयोजक संजय के रॉय ने कहा, टेंट के नाम पर पिछले साल विवाद खड़ा हो गया था, जब कई बीजेपी नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने सफाई दी कि हॉलीवुड में 'मुगल' शब्द का प्रयोग एक निश्चित जीवनशैली को देखने के लिए किया जाता है, न कि किसी धर्म या समुदाय को दर्शाने के लिए किया जाता है।

जेएलएफ के पहले दिन साहित्य प्रेमियों को गुलजार, रघुराम राजन और अजय जड़ेजा जैसी हस्तियों के सत्र में शामिल होने का मौका मिला।

इस सीजन जेएलएफ में 10 भारतीय भाषाओं और 7 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं के साहित्यकारों को शामिल किया गया है। यह  संस्करण 550 से अधिक वक्ताओं की मेजबानी करेगा। इनमें बुकर, इंटरनेशनल बुकर, पुलित्जर, साहित्य अकादमी, पद्मश्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण, बैली गिफोर्ड, डीएससी पुरस्कार, जेसीबी पुरस्कार विजेता लेखक शामिल हैं।

जेएलएफ में इतिहास, राजनीति और समसामयिक मामले, लिंग, विज्ञान और चिकित्सा, भोजन, मिथक, आध्यात्मिकता और धर्म, मानसिक स्वास्थ्य, फैशन और जीवन शैली, कानून और न्याय, भू-राजनीति, खेल, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण सहित कई विषयों पर चर्चा होगी।