एड्स का इलाज संभवः वैज्ञानिकों का दावा

एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के वैज्ञानिकों ने एचआईवी (HIV) वायरस को सफलतापूर्वक खत्म करने का दावा किया है। उन्होंने लैब प्रयोगों में एचआईवी वायरस को संक्रमित कोशिकाओं से सफलतापूर्वक खत्म कर दिया है।

एड्स का इलाज संभवः वैज्ञानिकों का दावा

एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के वैज्ञानिकों ने एचआईवी (HIV) वायरस को सफलतापूर्वक खत्म करने का दावा किया है उन्होंने लैब प्रयोगों में एचआईवी वायरस को संक्रमित कोशिकाओं से सफलतापूर्वक खत्म कर दिया है। यह तकनीक CRISPR नामक एक जीन-एडिटिंग टूल का उपयोग करती है।

यह तकनीक डीएनए स्ट्रैंड को काटने के लिए विशेष एंजाइमों का उपयोग करती है यह उसी तरह काम करत है जिस तरह कैंची काम करती है। वैज्ञानिकों ने CRISPR का उपयोग करके एचआईवी (HIV) वायरस के जीनोम को काट दिया, जिससे वायरस निष्क्रिय हो गया और कोशिकाओं से बाहर निकल गया। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अभी भी कहना जल्दबाजी होगी कि यह एड्स (AIDS) का इलाज है। CRISPR तकनीक अभी प्रारंभिक चरण में है इसका अभी मनुष्यों में उपयोग नहीं किया गया है।

वैज्ञानिक अब CRISPR तकनीक को मनुष्यों में उपयोग करने के लिए सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्हें यह भी पता लगाने की आवश्यकता है कि वायरस के सभी जीनोम को कैसे काटा जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वायरस पूरी तरह से खत्म हो गया है। यह सफलता एचआईवी से संक्रमित लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद है। यदि वैज्ञानिक CRISPR तकनीक को मनुष्यों में उपयोग करने में सफल होते हैं, तो यह एड्स के लिए एक स्थायी इलाज हो सकता है।