'जॉली एलएलबी-3' के सेट पर वकील व जवानों में विवाद

फिल्म जॉली LLB-3 के सेट पर नोटिस चिपकाने के दौरान आरपीएफ जवान और वकीलों में नोंकझोंक हो गई।

'जॉली एलएलबी-3' के सेट पर वकील व जवानों में विवाद

राजस्थान के अजमेर जिले में अक्षय कुमार, अरशद वारसी की फिल्म जॉली LLB-3 की शूंटिंग के बीच यह फिल्म विवादों में घिर गई है। अजमेर के 2000 से अधिक वकीलों ने सोमवार को फिल्म के प्रोड्यूशर, एक्टर के साथ ही डीआरएम अजमेर, जिला कलेक्टर और सिविल लाइन थाना के खिलाफ सिविल न्यायाधीश उत्तर अजमेर में सिविल वाद दायर किया। वहीं, आज फिल्म के सेट पर नोटिस चिपकाने के दौरान आरपीएफ जवान और वकीलों में नोंकझोंक हो गई।

शूटिंग स्थल पर फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार, अरशद वारसी, फिल्म प्रोड्यूसर सुभाष कपूर के नाम नोटिस चस्पा करने से दो मचकुरि को मना करने पर RPF जवानों और अधिवक्ताओं में जमकर बहस हो गई। आरपीएफ के पुलिस अधिकारियों के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। फिर शूटिंग स्थल के पोर्च में तीनो के नाम के नोटिस चस्पा किए गए।

अभिनेता अक्षय कुमार, अरशद वारसी और निर्देशक सुभाष कपूर की तामील न्यायालय ने नहीं मानी। न्यायाधीश का तर्क था कि न्यायालय के तमिल कुलिंदा महेंद्र सिंह शूटिंग स्थल पर नोटिस तामिल करने गए थे. जहां अक्षय कुमार के प्रतिनिधि रोहित जायसवाल ने नोटिस प्राप्त कर लिया और यह कहा कि अक्षय कुमार और अरशद वारसी को हमने हायर किया है. इसलिए यह नोटिस मैं प्राप्त करूंगा। तामिल करने के बाद जायसवाल ने अपना पहचान पत्र भी तामिल कुलिंदा को सौंप दिया। पर न्यायाधीश यश विश्नोई ने तामिल नहीं मानी और आदेश जारी दिए कि शूटिंग स्थल और जहां अभिनेता रुके हुए हैं, उस होटल पर जाकर नोटिस को चस्पा करें। इस प्रकरण में कल आगे सुनवाई होगी।

मुंशी नॉर्थ के न्यायाधीश यश बिश्नोई ने आज इस प्रकरण में बहस सुनने से पूर्व पक्षकारों की  तामिल रिपोर्ट देखी, जिसमें फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार पर व्यक्तिगत तौर पर तामिल नहीं होने पर फिर से अक्षय कुमार को नोटिस देने के आदेश दिए। न्यायाधीश ने आदेश देने के आधे घंटे तक इंतजार किया। मगर अभिनेता अक्षय कुमार स्वयं या उनकी ओर से कोई अधिवक्ता उपस्थित नहीं हुआ तो सुनवाई कल तक के लिए टाल दी गई।