राजस्थान रिफाइनरी वाया चुनावी बांड, भाजपा ने खूब भुनाए

इन परियोजनाओं में राजस्थान की रिफाइनरी भी शामिल है, जो हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन (एचपीसीएल) औऱ राजस्थान सरकार का संयुक्त उद्यम है। एमईआईएल ने इस हजारों करोड़ की रिफाइनरी परियोजना को हासिल करने के लिए तीन बार में 130 करोड़ मूल्य के चुनावी बांड खरीदे थे। इनमें ज्यादातर बांड्स भाजपा व भारत राष्ट्र समिति ने भुनाए।

राजस्थान रिफाइनरी वाया चुनावी बांड, भाजपा ने खूब भुनाए

हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) को चुनावी बांड खरीदने से ठीक पहले या तुरंत बाद सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) द्वारा बड़ी बुनियादी परियोजनाओं के ठेके मिले। इनमें से अधिकांश बांड केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा भुनाए गए। फ्यूचर गेमिंग के बाद एमईआईएल चुनावी बांड का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है। पामी रेड्डी पिची रेड्डी और पीवी कृष्णा रेड्डी द्वारा प्रवर्तित इस कंपनी ने कुल 966 करोड़ मूल्य के बांड खरीदे थे। 

भारतीय चुनाव आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए बांड खरीद व प्राप्ति डेटा के विश्लेषण के आधार पर द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर से पता चलता है कि एमईआईएल को 2019 और 2023 के बीच पांच प्रमुख परियोजनाएं उस समय मिलीं, जब कंपनी ने बांड खरीदे। इन बांड का एक बड़ा हिस्सा भाजपा ने भुनाया। इन परियोजनाओं में राजस्थान की रिफाइनरी भी शामिल है, जो हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन (एचपीसीएल) औऱ राजस्थान सरकार का संयुक्त उद्यम है। एमईआईएल ने इस हजारों करोड़ की रिफाइनरी परियोजना को हासिल करने के लिए तीन बार में 130 करोड़ मूल्य के चुनावी बांड खरीदे थे। इनमें ज्यादातर बांड्स भाजपा व भारत राष्ट्र समिति ने भुनाए।  
अन्य चार उदाहरणों में कंपनी ने ठेके मिलने के समय के आसपास चुनावी बांड खरीदे थे। ये बांड उन राजनीतिक दलों द्वारा भुनाए गए थे, जो केंद्र या राज्य में शासन में तो नहीं थे, लेकिन उनकी संस्तुति पर कंपनी को ठेकों से नवाजा गया। ठेके पाने के कुछ महीने पहले या बाद तक एमईआईएल द्वारा चुनावी बांड खरीदने के कुल नौ मामले सामने आए हैं। 
एमईआईएल ने अप्रैल 2029 और अक्टूबर 2023 के बीच नियमित रूप से बांड खरीदे। 966 करोड़ रुपये की कीमत के कुल चुनावी बांड में से, अधिकतम 584 करोड़ रुपये के बांड भाजपा ने भुनाए। बीआरएस ने एमईआईएल के 195 करोड़ रुपये के बांड भुनाए। इसके बाद डीएमके ने 85 करोड़ रुपये के बांड भुनाए। इनके अलावा चुनावी बांड के जरिये एमईआईएल से धन प्राप्त करने वाले अन्य राजनीतिक दलों में वाईएसआर कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी, कांग्रेस, जनता दल (यूनाइटेड), जनता दल (सेक्युलर) और जनसेना पार्टी शामिल हैं।
चुनावी बांड के रास्ते एमईआईएल को मिली कुछ प्रमुख परियोजनाएं हैं- 14,400 करोड़ रुपये की ठाणे-बोरीवली दोहरी सुरंग परियोजना, 648 मिलियन डॉलर की मंगोलिया रिफाइनरी परियोजना, 3,200 करोड़ रुपये की एचपीसीएल-राजस्थान रिफाइनरी, मैंगलोर में 300 करोड़ रुपये का सिविल कार्य के ठेके और 4,700 करोड़ रुपये की जोजिला सुरंग परियोजना। गौरतलब है कि एमईआईएल ने अक्टूबर 2020, अगस्त-सितंबर 2021 और अक्टूबर 2022 में एचपीसीएल-राजस्थान रिफाइनरी से लगभग 800 और 5000 करोड़ रुपये के दो और ठेके हासिल किए। इसके लिए कंपनी ने 130 करोड़ रुपये के चुनावी बांड खरीदे। इनमें से अधिकतर भाजपा और भारत राष्ट्र समिति ने भुनाए।