विदेशों में भी केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की शराब नीति घोटाला केस में गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक पूरे देश में तो बवाल मचा ही रहे हैं, विदेश में भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

विदेशों में भी केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की शराब नीति घोटाला केस में गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक पूरे देश में तो बवाल मचा ही रहे हैं, विदेश में भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के उन्हें 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजने के बाद इस विरोध प्रदर्शन ने और जोर पकड़ लिया है। कनाडा के टोरंटो (Toronto) में आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने भारतीय दूतावास के बाहर खड़े होकर केजरीवाल के समर्थन में नारेबाज़ी की और उन्हें रिहा करने की मांग की। उधर, जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमने इसे नोट किया है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हमें उम्मीद है कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों से संबंधित सभी मानकों को इस मामले में भी लागू किया जाएगा। केजरीवाल को निष्पक्ष सुनवाई का पूरा अधिकार है। जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि निर्दोष होने के अनुमान कानून के शासन का एक प्रमुख तत्व है और वो इस केस में भी लागू होना चाहिए। हालांकि, जर्मन विदेश मंत्रालय की ओर से की गई टिप्पणी पर भारत ने कड़ा एतराज जताया है।

साल 2011 से कनाडा (Canada) में आम आदमी पार्टी से जुड़े सुदीप सिंगला ने कहा कि उन्हें तो पहले ही पता था दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी होने वाली है। पार्टी के सदस्य बेहद परेशान हैं। सभी सदस्यों ने ये विरोध प्रदर्शन अरविंद केजरीवाल के समर्थन में किया है। ये कनाडा के ग्रेटर टोरंटो एरिया में किया गया। पार्टी के प्रति सभी सदस्य इतने समर्पित हैं कि उन्होंने ये विरोध प्रदर्शन बर्फीले तूफान के बीच किया।

प्रदर्शन करने वाले आप समर्थकों का कहना है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी की खबर आने के बाद कई मीटिंग्स हुईं। वो भारत सरकार के इन कठोर कदमों की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हालात नहीं बदले तो उत्तरी अमरीका के साथ-साथ यूनाइटेड किंगडम (UK) और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में भी विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं।